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जमशेदपुर, 13 नवंबर: भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुबर दास ने शनिवार को दावा किया कि झारखंड में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार किसी भी क्षण गिर सकती है क्योंकि राज्य की बागडोर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हाथ में नहीं है, बल्कि “बिचौलियों और कमीशन लेने वालों” के हाथ में है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दास ने यह भी आरोप लगाया कि सोरेन के दो साल के शासन के दौरान 3000 से अधिक दलित और आदिवासी महिलाओं का शोषण और अत्याचार किया गया, जो “कमजोर और अक्षम” हैं।
यहां प्रदेश भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए दास ने कहा, ”राज्य की बागडोर मुख्यमंत्री सोरेन के हाथ में नहीं बल्कि बिचौलियों और कमीशन लेने वालों के हाथ में है.” झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार को ऐसा बताते हुए “दलित विरोधी और आदिवासी विरोधी”, भाजपा नेता ने दावा किया कि सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक भी सरकार से खुश नहीं हैं और यह कभी भी गिर सकता है। सरकार में दलों ने दलित, आदिवासी, समाज के पिछड़े और उपेक्षित वर्गों के लोगों को अपना वोट बैंक माना और तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त रहे। इस अवसर पर बोलते हुए, मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने झारखंड सरकार पर सभी मोर्चों पर काम करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति सबसे निचले स्तर पर है।
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