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12 नवंबर को चिल्लीपाड़ा निवासी वर्षा रघुवंशी घर में ही मृत मिली थी। उसने चिल्लीपाड़ा निवासी फईम से कोर्ट मैरिज की थी। इसके बाद से पति के साथ रह रही थी। घटना की जानकारी पर मृतका का भाई दुष्यंत पहुंचा। बाद में भाजयुमो के क्षेत्रीय मंत्री गौरव राजावत और महानगर अध्यक्ष शैलू पंडित आए। उनके साथ कुछ युवक थे। इसके बाद बवाल हो गया था। थाने पर भी हंगामा हुआ था।
थाना पुलिस ने अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट में अवगत कराया था कि युवती की मौत की जानकारी पर सीओ लोहामंडी सहित फोर्स पहुंची थी। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज रही थी। तभी भाजयुमो पदाधिकारी आ गए। उन्होंने कार्रवाई की मांग की। नारेबाजी शुरू कर दी। शव ले जाने से रोक दिया, जबकि एंबुलेंस बुला ली गई थी। रास्ते से निकलकर जा रहे युवकों से विवाद हो गया। उनसे मारपीट की गई। तभी पथराव हो गया।
भाजयुमो पदाधिकारियों के साथ आए युवकों ने पथराव किया। घटना से पहले का वीडियो भी वायरल हुआ है। इसमें पदाधिकारी नजर आ रहे हैं। बाद में वो दुकानों की तरफ गए। दुकानों पर भी तोड़फोड़ की गई। दुकानों के सीसीटीवी फुटेज भी हैं। पुलिस की जांच के बाद पदाधिकारियों सहित अन्य के नाम बढ़ाए जा सकते हैं। हालांकि अभी इस प्रक्रिया में कुछ और समय लगेगा।
बवाल के मामले में तीन मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनमें एक मुकदमा पुलिस की ओर से लिखाया गया है। इसमें 25-30 अज्ञात आरोपी हैं। दूसरा मुकदमा भाजयुमो क्षेत्रीय मंत्री गौरव राजावत ने लिखाया। इसमें 10-15 अज्ञात आरोपी है। वहीं दुकानदार अमान बेग की तरफ से दर्ज मुकदमे में गौरव राजावत और शैलू पंडित को आरोपी बनाया गया है।
‘दुकानदार से मांगे फुटेज’
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि सभी साक्ष्यों का संकलन किया जा रहा है। दुकानदार से वीडियो फुटेज मांगे गए हैं। इसके अलावा पुलिस भी अपनी ओर से वायरल वीडियो को देख रही है। बवाल में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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