आरोपी हार्दिक रमेशभाई गुरिया को पकड़ा गया है, जो भावनगर स्थित एक्सिस बैंक में सेल्स एग्जीक्यूटिव के रूप में कार्यरत था।
50.46 लाख के टैक्स क्रेडिट का नुकसान हुआ
वीरेश सुंदरलाल जरीवाला नामक शिकायतकर्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि “परिल टैक्स” और “लीला ट्रेडिंग” फर्म के नाम पर फर्जी और जाली बिल तैयार किए गए थे। इन बिलों को असली दिखाकर शिकायतकर्ता के साथ व्यापार किया गया। इसके अलावा, जीएसटी पोर्टल पर छेड़छाड़ कर वास्तविक बिक्री बिलों में हेरफेर किया गया, जिससे शिकायतकर्ता को 50,46,114.96 रुपये के जीएसटी टैक्स क्रेडिट का नुकसान हुआ।
पोर्टल पर छेड़छाड़ कर सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाया
इस मामले में मुख्य आरोपियों ने शिकायतकर्ता के साथ व्यापार कर उनके नाम से टैक्स क्रेडिट की राशि भेजी, लेकिन पोर्टल पर छेड़छाड़ कर सरकार को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाया। इस साजिश में किरणभाई बरवासिया के जीएसटी नंबर का दुरुपयोग कर प्रतीकभाई पटेल के नाम पर फर्जी फर्म बनाई गई।
दो फर्जी फर्म बनाकर धोखाधड़ी की गई
आरोपी हार्दिक रमेशभाई गुरिया, जो एक्सिस बैंक में सेल्स एग्जीक्यूटिव के रूप में कार्यरत था, ने परिल टैक्स और लीला ट्रेडिंग फर्म के जीएसटी नंबरों की बिना पुष्टि किए निर्दोष व्यक्तियों के दस्तावेज जुटाए। इन दस्तावेजों का उपयोग फर्जी फर्म बनाने के लिए किया गया।
फर्म के नाम पर बैंक खाते खुलवाने की साजिश
हार्दिक गुरिया ने गैंग को सहयोग देते हुए फर्जी बैंक खाते खुलवाए, जो फर्म के नाम पर खोले गए थे। ये बैंक खाते निर्दोष व्यक्तियों के नाम पर खोले गए, जिनके मोबाइल नंबरों का भी उपयोग किया गया। आरोपी ने इन बैंक खातों की पासबुक, चेकबुक, और एटीएम कार्ड गैंग को सौंप दिए, जिनसे आर्थिक लेनदेन किया गया।
गलत टैक्स क्रेडिट प्राप्त करने के लिए लेनदेन किया गया
जांच के दौरान पता चला कि भावनगर स्थित परिल टैक्स और लीला ट्रेडिंग फर्म के नाम पर बैंक खाते खुलवाने के बाद फर्जी बिलिंग के आधार पर वित्तीय लेनदेन किए गए। इन बैंक खातों से सरकार को गलत टैक्स क्रेडिट देने के लिए धोखाधड़ी से लेनदेन किए गए। पुलिस ने हार्दिक गुरिया को गिरफ्तार कर इस मामले में उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है। यह मामला डीसीबी पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धाराओं 485, 418, 420, 455, 457, 488, 471, 481, 484, और 114 के तहत दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण
इको सेल के पीआई जी. एम. हडिया ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी 32 वर्षीय हार्दिक रमेशभाई गुरिया, जो भावनगर के राधनपुरी बाजार में रहता है, ने एक्सिस बैंक में सेल्स एग्जीक्यूटिव रहते हुए इस गैंग में शामिल होकर जीएसटी सर्टिफिकेट, दस्तावेज, और बैंक खातों का दुरुपयोग किया। टैक्स क्रेडिट के जरिए सरकार को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया है। फिलहाल, मामले की जांच जारी है और गैंग के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए कार्रवाई हो रही है।