वडोदरा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने कापोद्रा की हीराबाग पुलिस चौकी में जाल बिछाकर महिला PSI मधु रबारी, उसके राइटर ASI नवनीत जठवा और उसके दलाल मानसिंह सिसोदिया को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
घटना की शुरुआत उस समय हुई जब कापोद्रा क्षेत्र में हीरे की लेन-देन को लेकर ₹4.63 लाख की राशि से जुड़ी एक शिकायत कापोद्रा पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई गई थी। इस शिकायत की जांच की जिम्मेदारी हीराबाग पुलिस चौकी की महिला PSI मधु रबारी को सौंपी गई थी। जांच के नाम पर मधु रबारी ने शिकायतकर्ता हीरा व्यापारी को धमकाना शुरू किया और ऐसा जताया जैसे कि उसने ₹4.63 लाख का हवाला लिया हो। इसके बाद महिला PSI ने व्यापारी से कुछ रकम कम करवाने के बदले ₹63,000 की रिश्वत मांगी। रिश्वत देने से इंकार करते हुए व्यापारी ने वडोदरा एसीबी से संपर्क किया। रिश्वत की रकम महिला PSI की ओर से ASI नवनीत जठवा ने मांगी थी, जिसे मानसिंह सिसोदिया (जठवा का दलाल) को देना तय हुआ। व्यापारी ने यह रकम पुलिस चौकी के पास एक कॉम्प्लेक्स के टॉयलेट के बाहर मानसिंह को दी, जिसने रकम अपनी जेब में रखकर पुलिस चौकी में प्रवेश किया।
इसी दौरान एसीबी की टीम ने रेड कर तीनों — महिला PSI मधु रबारी, राइटर नवनीत जठवा और मानसिंह सिसोदिया — को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।



व्यापारी के खिलाफ कापोद्रा पुलिस में की गई थी शिकायत, PSI ने की रिश्वत की मांग
एक हीरे के लेन-देन से जुड़े विवाद में व्यापारी के खिलाफ कापोद्रा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई गई थी। व्यापारी को कुल ₹10.13 लाख की रकम चुकानी थी, जिसमें से उसने पहले ही ₹5.50 लाख चुका दिए थे, जबकि बाकी ₹4.63 लाख की राशि बकाया थी। इसी मुद्दे पर व्यापारी के खिलाफ शिकायत की गई थी, जिसकी जांच महिला PSI मधु रबारी को सौंपी गई। जांच के दौरान PSI मधु रबारी ने व्यापारी पर दबाव बनाना शुरू किया, जिससे डरकर व्यापारी ने किसी तरह ₹1 लाख की राशि शिकायतकर्ता को दे दी। अब ₹3.63 लाख की रकम बाकी थी। इस पर महिला PSI ने ₹1 लाख की राशि कम करवाकर ₹2.63 लाख में समझौता करवाने की बात कही — लेकिन इसके बदले में उसने ₹63 हजार की रिश्वत मांगी।
महिला PSI के पारिवारिक और सेवा विवरण:
PSI मधु रबारी के पति ऑफिस सुपरिंटेंडेंट के पद पर कार्यरत थे, लेकिन उन्होंने स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति ले ली थी। मधु रबारी पहले मेहसाणा में जमादार थीं। प्रमोशन के बाद उन्हें PSI बनाया गया और एक साल पहले उनका तबादला सूरत में हुआ था। वहीं, ASI नवनीत जठवा दो साल पहले पुलिस विभाग में भर्ती हुआ था।
ASI भागने की कोशिश करते समय ACB स्टाफ ने दबोच लिया
हीराबाग पुलिस चौकी में रिश्वतखोरी के मामले में महिला PSI, उसका राइटर और बिचौलिये को ACB की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। इस दौरान ASI नवनीत जठवा ने ACB स्टाफ को धक्का मारकर भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने तत्परता दिखाते हुए उसे तुरंत पकड़ लिया।
पकड़े गए आरोपी:
- PSI मधु अमी रबारी (उम्र 42)
- निवासी: शक्तिविजय सोसायटी, वराछा, मूल निवासी: मेहसाणा
- वेतन: ₹70,000 प्रति माह
- ASI नवनीत हमीर जठवा (उम्र 29)
- निवासी: जय जलाराम सोसायटी, वराछा, मूल निवासी: जूनागढ़
- वेतन: ₹29,800 प्रति माह
- बिचौलिया / साला – मानसिंह राम सिसोदिया (उम्र 23)
- निवासी: जय जलाराम सोसायटी, वराछा, मूल निवासी: जूनागढ़
ACB की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है, और अब तीनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
