दूसरे आरोपी मुन्ना को तीन पुलिसकर्मी उठाकर कोर्ट में लेकर गए, 7 दिनों की रिमांड मंजूर.
सूरत के मांगरोल में बिग बोरसारा के आसपास सामूहिक बलात्कार किया गया था। इसके बाद पुलिस ने तुरंत तीनों आरोपियों की पहचान कर ली. इसके बाद आरोपियों के मांडवी के ताड़केश्वर में होने की सूचना पर सूरत क्राइम ब्रांच वहां पहुंची. लेकिन जब तीनों आरोपी भाग रहे थे तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. इन 3 आरोपियों में से 2 मुन्ना करबली पासवान और शिवशंकर उर्फ दयाशंकर चौरसिया,पकड़ा गया और जबकि राजू नाम का आरोपी भाग निकला. हालांकि पूछपरख के समय दोपहर आरोपी शिवशंकर चौरसिया को सांस लेने में दिक्कत हुई तो उन्हें सूरत सिविल अस्पताल में ले जाया गया,जहां उनकी मौत हो गई.
दूसरे आरोपी मुन्ना को तीन पुलिसकर्मियों उसे उठाकर अदालत में ले गए।
पुलिस द्वारा दिए गए ‘उपचार’ के कारण चलने में असमर्थ था, एक पीसीआर वैन में तीन पुलिसकर्मी उसे उठाकर अदालत में ले गए। पुलिस ने मुन्ना की 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड दी.