नवसारी जिले के मरीन पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर (PI) दिनेश जमनादास कुबावत ने धोलाई बंदर पर नावों में इस्तेमाल होने वाले लाइट डीजल ऑयल की बिक्री का लाइसेंस देने के बदले सवा डेढ़ लाख रुपये की कीमत वाला एप्पल iPhone 16 रिश्वत के रूप में मांगा। शिकायतकर्ता ने एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) से संपर्क कर इसकी शिकायत दर्ज करवाई। PI ने शिकायतकर्ता को धमकी दी थी कि बिना “व्यवहार” किए वह धंधा बंद करवा देंगे। शिकायतकर्ता ने एप्पल का महंगा फोन देने से इनकार करते हुए सीधे एसीबी से संपर्क किया। एसीबी ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई और PI को iPhone स्वीकार करते समय रंगे हाथ पकड़ लिया। फोन की कीमत ₹1,44,900 थी।
कार्रवाई का विवरण:
इस ट्रैप का नेतृत्व PI बी.डी. राठवा ने किया, और इसमें एसीबी के सहायक निदेशक आर.आर. चौधरी (सूरत इकाई) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आरोपी अधिकारी जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन गिरफ्तारी के कारण पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
यह कार्रवाई एसीबी की कुशलता को दर्शाती है, विशेषकर दीवाली के समय जब भ्रष्टाचार की घटनाएं अधिक होती हैं।