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NHAI का सॉफ्टवेयर बदलकर 12 राज्यों के 200 टोल नाकों पर घोटाला जिसमें गुजरात भी सामेल.

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“मिर्जापुर-लखनऊ रोड पर स्थित अतरैला टोल प्लाजा। यहीं से STF ने तीनों आरोपियों को पकड़ा था।”

यह घोटाला उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, असम, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के जिलों में चल रहा था।

एसटीएफ ने जौनपुर के आलोक कुमार सिंह, प्रयागराज के राजीव कुमार मिश्रा और मध्यप्रदेश के मजौली के मनीष मिश्रा को गिरफ्तार किया है।

Gujarat-India,आरोपियों ने टोल प्लाजा पर स्थापित एनएचएआई के कंप्यूटर में अपना सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया था। इसके जरिए बिना फास्टैग वाले वाहनों को टोल प्लाजा पर फ्री दिखाकर उनसे वसूले गए पैसे निजी खातों में ट्रांसफर किए जा रहे थे। यह घोटाला गुजरात सहित 12 राज्यों के 200 टोल नाकों पर चल रहा था।

एसटीएफ ने 12 राज्यों में एनएचएआई टोल घोटाले में तीन आरोपियों को पकड़ा

यूपी एसटीएफ ने एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश करते हुए 12 राज्यों के एनएचएआई टोल प्लाजा पर चल रहे घोटाले के मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जौनपुर के आलोक कुमार सिंह, प्रयागराज के राजीव कुमार मिश्रा और मध्यप्रदेश के मजौली के मनीष मिश्रा की गिरफ्तारी की गई है।

आरोपियों का विवरण:

  • आलोक कुमार सिंह: वर्तमान में वाराणसी में रह रहा था और इस घोटाले का मुख्य सूत्रधार माना जाता है।
  • राजीव कुमार मिश्रा: प्रयागराज निवासी, तकनीकी सहायता प्रदान करता था।
  • मनीष मिश्रा: मध्यप्रदेश के मजौली का निवासी, सॉफ्टवेयर विकास और इंस्टॉलेशन में शामिल था।

घोटाले की प्रकृति:

  1. कंप्यूटर सॉफ्टवेयर हैकिंग: आरोपियों ने एनएचएआई के सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर अपना सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया।
  2. टोल प्लाजा पर कब्जा: 12 राज्यों के 42 टोल प्लाजा में इनके सॉफ्टवेयर ने बिना फास्टैग वाले वाहनों को “फ्री कैटेगरी” में दिखाया।
  3. राज्यों की सूची: उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल।

एसटीएफ की जांच के प्रमुख बिंदु:

  • सॉफ्टवेयर की खोज: कंप्यूटर में इंस्टॉल किए गए सॉफ्टवेयर को रिवर्स इंजीनियरिंग के माध्यम से समझने का प्रयास।
  • अन्य टोल प्लाजा तक विस्तार: 42 टोल प्लाजा से जुड़े संदिग्ध लोगों की जांच।
  • आरोपियों का नेटवर्क: इस घोटाले में शामिल अन्य व्यक्तियों या समूहों की पहचान।

एसटीएफ के प्रयास:

  • देशभर में ऐसे घोटालों के खिलाफ एनएचएआई और साइबर सेल के साथ मिलकर विस्तृत जांच।
  • वित्तीय लेनदेन की चैनल ट्रैकिंग और संबंधित बैंक खातों को फ्रीज करना।
  • टोल प्लाजा प्रबंधन को सख्त सुरक्षा उपाय लागू करने के निर्देश।

टोल प्लाजा पर इस तरह टैक्स वसूला जाता है

पूरे देश में एनएचएआई टोल प्लाजा पर दो तरीकों से टैक्स वसूला जाता है:

  1. फास्टैग से: फास्टैग लगे वाहनों को टोल पर स्थापित सेंसर पकड़ लेते हैं, और खाते से पैसे काट लिए जाते हैं।
  2. कैश काउंटर: टोल प्लाजा पर उन वाहनों के लिए अलग काउंटर होता है जिनमें फास्टैग नहीं है या जो किसी प्रकार की छूट के दायरे में आते हैं। यहां टैक्स की रकम नकद में ली जाती है और एक स्लिप दी जाती है।

इस तरह आरोपियों ने की हेराफेरी

आरोपी कैश काउंटर से ही टैक्स वसूली में हेराफेरी कर रहे थे। आरोपियों ने अपने बनाए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके टोल प्लाजा से फास्टैग न लगे वाहनों से टैक्स वसूला। उनकी प्रिंटेड स्लिप एनएचएआई सॉफ्टवेयर से निकाली गई असली स्लिप जैसी ही लगती थी।

इस तरह गैरकानूनी तरीके से वसूले गए वाहनों को टैक्स से मुक्त दिखाया गया और उन्हें गुजरने दिया जाता था। फास्टैग न लगे वाहनों से औसतन 5% टोल टैक्स एनएचएआई के असली सॉफ्टवेयर से वसूला जाता था, जिससे किसी को शक न हो।

गड़बड़ी का तरीका

फास्टैग न लगे वाहनों से वसूला गया टैक्स सरकारी खाते में जमा नहीं किया गया। जबकि नियमों के अनुसार, फास्टैग न लगे वाहनों से वसूले गए टोल टैक्स का 50% एनएचएआई के खाते में जमा किया जाना चाहिए।

12 राज्यों में NHAI कंप्यूटर्स में अपना सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया। एसटीएफ ने जौनपुर के आलोक कुमार सिंह, प्रयागराज के राजीव कुमार मिश्रा और मध्य प्रदेश के मजौली के मनीष मिश्रा को गिरफ्तार किया है। आलोक फिलहाल वाराणसी में रह रहा था। आरोपियों ने बताया कि अब तक उन्होंने देश के 12 राज्यों के 42 टोल प्लाजाओं में NHAI के कंप्यूटर में उनका बनाया हुआ सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया है। ये राज्य उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम, जम्मू और कश्मीर, महाराष्ट्र, गुजरात, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल हैं।

अभियुक्त आलोक सिंह द्वारा एनएचएआई सर्वर के अतिरिक्त जिन टोल प्लाजा पर अलग से साफ्टवेयर इंस्टाल किया गया है, उनकी सूची निम्नवत हैः-
1- हर्रो टोल प्लाज प्रयागराज उ०प्र०
2- मुंगारी टोल प्लाजा प्रयागजराज उ०प्र०
3- उमापुर टोल प्लाजा प्रयागजराज उ०प्र०
4- अन्दी टोल प्लाजा लोहरा, आजमगढ उ०प्र० (ए०के०सीसी० कम्पनी)
5- बागपत टोल प्लाजा बागपत उ०प्र० (ए०के०सीसी० कम्पनी)
6- फरीदपुर टोल प्लाजा बरेली उ०प्र०
7- पत्नीप्रतापपुर टोल प्लाजा शामली उ०प्र०
8- अतरैला शिव गुलाम टोल प्लाजा मीरजापुर उ०प्र०
9- नैनसार टोल प्लाजा गोरखपुर उ०प्र०
10- चिकली टोल प्लाजा मध्यप्रदेश
11- जंगाबानी टोल प्लाजा मध्य प्रदेश
12- मोहतारा टोल प्लाजा मध्य प्रदेश (ए०के० सीसी० कम्पनी)
13- शालीबाडा टोल प्लाजा मध्य प्रदेश।
14- शहडोल टोल प्लाजा मध्य प्रदेश
15- गहरा टोल प्लाजा मध्यप्रदेश
16- फुलैरा टोल प्लाजा जयपुर राजस्थान
17- कादीशहना टोल प्लाजा राजस्थान (ए०के० सीसी० कम्पनी)
18- शाहपुर टोल प्लाजा राजस्थान
19- शाउली टोल प्लाजा राजस्थान कम्पनी एनुवेजन
20- मदनपुर टोल प्लाजा आसाम कम्प कम्पनी आरके जैन
21- बालाचेरा टोल प्लाजा आसाम
22- भोजपुरी टोल प्लाजा छत्तीसगढ़ कम्पनी एकेसीसी
23- महराजपुर टोल प्लाजा छत्तीसगढ।
24- मुदियापारा टोला प्लाजा छत्तीसगढ़।
25- कुम्हारी टोल प्लाजा दूर्ग छ०ग०।
26- वन टोल प्लाजा जम्मू
27- दशरखेड टोल प्लाजा महराष्ट्र
28- खानी बडे टोल प्लाजा बेलबाडी महराष्ट्र
29- मोखा टोल प्लाजा गुजरात कम्पनी एकेसीसी
30- रोहिसा टोल प्लाजा गुजरात कम्पनी एकेसीसी
31- ओखा मण्डी टोल प्लाजा गुजरात
32- कुचाडी टोल प्लाजा गुजरात
33- नवासारी टोल प्लाजा झारखण्ड
34- तुरूप टोल प्लाजा झारखण्ड कम्पनी एकेसीसी
35- तण्ड बलीधा टोल प्लाजा झारखण्ड
36- धुलाल टोल प्लाजा पंजाब
37- जिघा टोल प्लाजा पंजाब कम्पनी एकेसीसी
38- गोबारी टोल प्लाजा पश्चिम बंगाल
39- पश्चिम मदाती टोल प्लाजा पश्चिम बंगाल
40- कदली गढ टोल प्लाजा उडीसा
41- सनवारा टोल प्लाजा हिमाचल प्रदेश।
42- जनगॉव टोल प्लाजा तेलंगाना।





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