सीडीएस जनरल बिपिन रावत (1958 – 2021)
– फोटो : अमर उजाला
सीडीएस जनरल बिपिन रावत की स्मृतियां बनारस से भी जुड़ी हुई थीं। चार वर्ष पहले बनारस भ्रमण पर आए बिपिन रावत ने पत्नी संग गंगा आरती और बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया था। छावनी स्थित 39 जीटीसी में 9 गोरखा राइफल्स गठन के दो सौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर आयोजित स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए थे। उस समय वह थल सेनाध्यक्ष थे।
नौ नवंबर 2017 में पत्नी मधुलिका रावत के साथ आए बिपिन रावत का छावनी के 39 जीटीसी के वार मेमोरियल के आगंतुक रजिस्टर में हस्ताक्षर दर्ज है। 39 जीटीसी के तत्कालीन कमांडिंग अफसर ए आर रहमान ने स्वागत किया था।
सीडीएस बिपिन रावत उस समय जब आए थे तो उन्हें बनारसी खानपान काफी भाया था। बनारस की गलियों से होकर पत्नी मधुलिका संग उन्होंने बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया था। उन्होंने बाबा दरबार में वीर सैनिकों के साथ ही राष्ट्र की सलामती की कामना की थी।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत (1958 – 2021)
– फोटो : अमर उजाला
छत्ताद्वार पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा था कि सेना हर तरह से सक्षम और किसी भी तरह की परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। शाम के समय दशाश्वमेध घाट पर बजड़े पर सवार होकर गंगा आरती के साथ ही घाटों की अलौकिक छटा निहारी थी।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत (1958 – 2021)
– फोटो : अमर उजाला
सीडीएस बिपिन रावत के हादसे पर छावनी के सभी अफसर और जवान मर्माहत रहे और उन्हें नम आंखों से नमन किया।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत (1958 – 2021)
– फोटो : अमर उजाला
ब्रिगेडियर हुकुम सिंह बैंसला सेना मेडल ने कहा कि हमने एक बेहतरीन मिलिट्री लीडर खो दिया। इनके नेतृत्व में तीनों सेनाओं में अभूतपूर्व बदलाव हुए और सेना सक्षम सृदृढ़ हुई। सेना के लिए यह दिन कभी भूलने वाला नहीं है।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत (1958 – 2021)
– फोटो : अमर उजाला
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से बीएचयू गेट पर जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी गई। उधर, रोहनिया में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने गंगापुर में श्रद्धांजलि सभा के जरिए श्रद्धांजलि दी।