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जिले के टेमेलवाड़ा शिविर में तैनात 75 कर्मियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया। (फाइल फोटो/रॉयटर्स)
सुकमा के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने कहा कि संक्रमित जवानों को शिविर के भीतर अलगाव में रखा गया था।
- पीटीआई सुकमा
- आखरी अपडेट:जनवरी 03, 2022, 23:06 IST
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अधिकारियों ने कहा कि सीआरपीएफ की जंगल युद्ध इकाई कोबरा के 38 कर्मियों ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में कोरोनावायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया, जिसके बाद उन्हें उनके शिविर में छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि जवान कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (कोबरा) की 202वीं बटालियन के हैं, जो केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक विशिष्ट शाखा है।
जिले के टेमेलवाड़ा शिविर में तैनात 75 कर्मियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया। उनमें से 38 ने संक्रमण के लिए सकारात्मक परीक्षण किया, जिसके बाद उन्हें उनके शिविर में छोड़ दिया गया, “सुकमा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) सीवी बंसोड़ ने कहा। शेष जवानों के स्वाब नमूने आरटी-पीसीआर परीक्षणों के लिए मुख्यालय जगदलपुर भेजे गए थे। उन्होंने कहा कि बस्तर जिले में कोरोना पॉजिटिव कोबरा कर्मियों की संपर्क ट्रेसिंग की जा रही है।
सुकमा के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने कहा कि कोबरा की 202वीं बटालियन के ये जवान, जो देश के विभिन्न हिस्सों से हैं, रविवार को तेमेलवाड़ा में अपनी यूनिट के शिविर में ड्यूटी पर रिपोर्ट करने के लिए सुकमा पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि कोविड -19 से संबंधित प्रोटोकॉल के अनुसार, उन्हें संक्रमण के लिए परीक्षण के अधीन किया गया था।
शर्मा ने कहा कि संक्रमित जवानों को कैंप के भीतर आइसोलेशन में रखा गया है।
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