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मुंबई पुलिस ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म गिटहब पर होस्ट किए गए ‘बुली बाई’ ऐप पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की नकली तस्वीरों को नीलामी के लिए अपलोड करने की शिकायतों के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। (फाइल फोटो/न्यूज18)
पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान उनकी भूमिका सामने आई, जिसके बाद साइबर पुलिस थाने की एक टीम को ओडिशा भेजा गया।
- पीटीआई
- आखरी अपडेट:20 जनवरी 2022, 15:29 IST
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एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई अपराध शाखा की साइबर पुलिस ने गुरुवार को बुली बाई ऐप के मामले में ओडिशा के एक 28 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसने मुस्लिम महिलाओं को “नीलामी” के लिए अपनी छवियों को ऑनलाइन डालकर लक्षित किया था।
आरोपी की पहचान नीरज सिंह के रूप में हुई है, जो एमबीए डिग्री धारक है। उन्होंने कहा कि वह मुख्य आरोपी के साथ ऐप की योजना बनाने में शामिल था।
अधिकारी ने कहा, “उन आरोपियों से पूछताछ के दौरान उनकी भूमिका सामने आई, जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद साइबर पुलिस थाने की एक टीम को ओडिशा भेजा गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।” उन्होंने कहा कि सिंह को मुंबई लाया जा रहा है और यहां की एक अदालत में पेश किया जाएगा।
उसकी गिरफ्तारी के साथ ही मुंबई पुलिस ने अब तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले श्वेता सिंह (18) और मयंक रावल (21) को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया था, जबकि इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा (21) को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था।
बुल्ली बाई ऐप मामले के कथित मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक नीरज बिश्नोई को दिल्ली पुलिस ने असम से गिरफ्तार किया था।
मुंबई पुलिस ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म गिटहब पर होस्ट किए गए ‘बुली बाई’ ऐप पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की नकली तस्वीरों को नीलामी के लिए अपलोड करने की शिकायतों के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। जबकि कोई वास्तविक ‘नीलामी’ या ‘बिक्री’ नहीं थी, ऐप का उद्देश्य लक्षित महिलाओं को अपमानित करना और डराना था, जिनमें से कई सक्रिय सोशल मीडिया उपयोगकर्ता हैं।
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