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1993 के मुंबई बम धमाकों के बाद दाऊद इब्राहिम भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी बनकर उभरा था।
एनआईए ने कहा कि वे स्लीपर सेल चला रहे हैं और प्रतिष्ठित हस्तियों, राजनेताओं और व्यापारियों पर हमला कर रहे हैं। वे उन गतिविधियों में शामिल हैं जिनसे देश में सांप्रदायिक हिंसा हो सकती है।
- सीएनएन-न्यूज18 नई दिल्ली
- आखरी अपडेट:फरवरी 07, 2022, 20:08 IST
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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील समेत दाऊद गिरोह के छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
दाऊद को हथियारों की तस्करी, ड्रग सिंडिकेट चलाने और अन्य राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।
एनआईए ने अपनी पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में दावा किया है कि यह गिरोह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), जमात-उद-दावा (जेयूडी) और अल कायदा के साथ मिलकर काम कर रहा था।
एफआईआर में कहा गया है कि भारत छोड़ने के बाद, दाऊद शकील, जावेद चिकना, इकबाल मिर्ची और अन्य के जरिए अपना नेटवर्क चला रहा है।
एनआईए ने कहा कि वे भाग रहे हैं स्लीपर सेल और प्रख्यात हस्तियों, राजनेताओं और व्यापारियों पर हमला कर रहे हैं।
वे उन गतिविधियों में शामिल हैं जिनसे देश में सांप्रदायिक हिंसा हो सकती है।
एनआईए ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की 120 बी और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धारा 17,18,20, 21, 38 और 40 के तहत प्राथमिकी दर्ज की।
से एक स्रोत डी-कंपनी उन्होंने कहा, ‘सभी आरोप निराधार हैं और हम उनका पूरी तरह से खंडन करते हैं। भारतीय एजेंसियां लंबे समय से ऐसा करती आ रही हैं। वे कुछ भी साबित नहीं कर पाए हैं।”
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