चुरू-राजस्थान,राजकीय माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री रामप्रताप का कहना है कि वह भारत का संविधान एवं किसी भी विधान को नहीं मानता जो आवेदक औरलोक सूचनाधिकारी के बीच की बातचीत जो RTI लगाकर जानकारी मांगने पर क्यों तकलीफ़देह होता हैं जो सुन सकते हैं
देखिये एक ऐसे लोकसेवक की दबंगई …खुले शब्दों में एक नागरिक को बिजली के ट्रांसफार्मर से चिपक कर आत्महत्या करने को उकसा भी रहा है और खुले शब्दों में कह रहा है कि उसपर भारत का संविधान और कोई भी कानून लागू नहीं होता है | खुले शब्दों में कहा रहा है कि वह ना तो किसी किसी कानून को मानता है और ना ही अपने किसी भी अधिकारी के किसी भी आदेश को मानेगा को मानेगा | सम्पूर्ण वार्तालाप को सुनिए और देखिये कि लोकसेवक किस कदर मगरूर और बेख़ौफ़ हैं कि उनको देश के संविधान तक की कोई फ़िक्र नहीं लेकिन…………….. जनाब यह भूल गए कि जो संविधान और देश के विधान में आस्था नहीं रखता और खुलेआम इसकी संस्वीकृति करता हो वह राष्ट्रद्रोह करता है |
चूंकि जिस अधिकारी नें इस बाबत इन महाशय को आदेश देकर जवाब देने को कहा था उन जनाब श्री बजरंगलाल सैनी जी को लिखित में शिकायत/परिवाद देकर इन जनाब के विरुद्ध कार्यवाही संस्थित करने को लिखा गया है …. देखते हैं कि इनके वरिष्ठ अधिकारी भी कानून का कितना पालन कर पाते है ….
उक्त रिकॉर्डिंग एक लोकसेवक के साथ मेरी आज की बातचीत की है।
प्रकरण संक्षेप में इतना है कि प्रथम अपीलीय अधिकारी ने मेरे पक्ष में निर्णय कर 7 दिवस में सूचनाएं देने का आदेश इन जनाब को दिया था जिसके बाद भी ये जनाब खुद को संविधान से ऊपर समझ कर भारत के संविधान को नहीं मानने के बारे में स्वीकार कर रहे है।
आगे का रास्ता अदालत तक जाता है
सम्पूर्ण प्रकरण के दस्तावेजात नीचे Comment Box में देखें …
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