सुरत,सुरत मनपा के अधिकारी सरकार की तोजारी पर कर रहे लुट, मनपा का अनेक अधिकारी, कर्मचारी पर भष्टाचार की अनेक फरियाद होने के बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्यवाही सरकार, प्रशासन की ओर से नही किया जाता है जिसके तहत अधिकारी का मनोबल ओंर ज्यादा दृढ़ संकल्प के साथ भष्टाचार कर रहे है अधिकारी , कर्मचारी की सिर्फ आय और व्यव की जाँच किया जायेगा तो अनेक भष्टाचार की पोल खुल जायेगा. सुरत मनपा ही एक इस तरह से विभाग है जिसमें भष्टाचार करने वाले ही अधिकारी और कर्मचारी यों का पदोन्नति होती है, सुरत मनपा की अवैध रूप से अर्जित किये गए रकम की अगर जाँच हो जाये तो 90% लोगों को जेल की हवा खानी पड़ सकती है, इस प्रकार से सूरत मनपा जो कार्य पर किसी उच्च अधिकारी का पाबंदी नही लगाया तो उनके लापरवाही का असर आम जनता पर ही पड़ेगा.
इन अधिकारियों ने स्थापत्य की आड़ में अपने कक्षों को चमकाया
***सिटी इंजीनियर आशीष दुबे के चेंबर में इंटीरियर समेत कई बदलाव किए गए
***एडिशनल सिटी इजनेर नगर अभियंता डी.एम. पटेल के सेवानिवृत्त होने के बाद, जीएएस धवल पंड्या के कक्ष, जिन्होंने उनकी जगह ली थी, का भी जीर्णोद्धार किया गया।
***डे कमिश्नर स्वाति देसाई ने पूर्व दिशा में रिटायर्ड सीवाई भट्ट ने जो चेंबर सिङ्क्षटग अरेंजमेंट किया था उसे हटाकर उत्तर दिशा में कर दिया है। जैसे ही वे सचिव बने, सचिवीय विभाग को पूरे कॉर्पोरेट कार्यालय को कवर करने का एहसास हुआ।
***डे कमिश्नर कमलेश नायक ने पूर्व डीओपी जीवन पटेल के उत्तरमुखी कक्ष का जीर्णोद्धार कर पूर्वमुखी सीट बना दिया है।
***एडिशनल सिटी इजनेर नगर अभियंता जतिन देसाई के कक्ष का जीर्णोद्धार किया गया।
***एडिशनल सिटी इजनेर नगर अभियंता डी.सी. भगवकर के कार्यालय के दरवाजे सहित इंटीरियर को बदल दिया गया है।
***डे कमिश्नर किन्खावाला ने दरवाजों सहित इंटीरियर को बदल दिया।
***डे कमिश्नर दूसरी मंजिल पर धर्मेश मिस्त्री के कक्ष का नवीनीकरण इंटीरियर के साथ-साथ अन्य विभागों के कक्षों, अंचल के उच्चाधिकारियों ने किया है।
यहां तक कि पदाधिकारी भी खर्च करने,अपने कक्षों के नवीनीकरण, आंतरिक सजावट, एलईडी लाइङ्क्षटग, बाथरूम-शौचालय सहित फर्नीचर आदि में पीछे नहीं हैं। इससे पहले डे मेयर नीरव शाह के कक्ष के जीर्णोद्धार पर चर्चा हुई। हाल ही में सत्ताधारी दल के नेता अमित ङ्क्षसह राजपूत ने अपने कार्यालय को एक कॉर्पोरेट कार्यालय की तरह बना लिया और 40,000 की कुर्सी लेने के लिए तैयार हो गए। स्थायी अध्यक्ष परेश पटेल ने बाथरूम-शौचालय को हटा दिया और पूर्व कक्ष का विस्तार किया और एक नया चिल्लो बनाया।