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अत्याधिक ब्याज वसूलने वाले फाइनेंसर के विरुद्ध कार्यवाही

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सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने एक ऐसे जरूरतमंद व्यक्ति की मजबूरी का फायदा उठाने वाले फाइनेंसर के खिलाफ कार्रवाई की है, जिसके पास पैसा उधार देने का लाइसेंस है और जिसने दोगुनी राशि के चेक और खाली वचन पत्र लिखकर नियम से अधिक ब्याज वसूला। पुलिस ने उसके कार्यालय से  गलत तरीके से वसूला गया ब्याज के 2.33 लाख रुपये , 24 चेक और 36 कोरे वचन पत्र भी जब्त किए।

शहर में बढ़ता सूदखोरों का कारोबार 

सूरत पुलिस कमिश्नर ने सूरत शहर में सफेदपोश कारोबार करने वाले फाइनेंसरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। जो साहूकार के लाइसेंस से जरूरतमंद लोगों से गलत तरीके से ब्याज वसूल कर जरूरतमंदों की जबरदस्ती का फायदा उठा रहे हैं। इसी बीच सूरत क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि दिलीप बोदरा, जिसका कतारगाम दरवाजा महावीर कॉम्प्लेक्स, शॉप नंबर-10 में फाइनेंस ऑफिस है, मनी लॉन्ड्रिंग का लाइसेंस चला रहा है। क्रेडिट लाइसेंस की आड़ में, वह उपकृत से बहुत अधिक ब्याज वसूलता है। जरूरतमंद व्यक्ति को पैसे देने से पहले उसने दोगुना चेक के साथ ब्लैंक चेक प्राप्त किया और खाली प्रॉमिसरी नोट पर जरूरतमंद व्यक्ति के हस्ताक्षर और अंगूठे का निशान लगवा लिया। इस सूचना के आधार पर सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने उसके कार्यालय में छापा मारा और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।  क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी  दिलीपभाई बाबूभाई बोधरा के खिलाफ गुजरात मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करते हुए गहन प्रारंभिक जांच की है।

ब्याज वसूली की सूची ही पुलिस के हाथ लग गई

पुलिस ने उनके कार्यालय से जरूरतमंदों के पास से व्याज पर लीए गए रकम से दोगुने रकम का लिखा हुआ कुल 4,80,000 रुपये मूल्य के चेक बरामद किए।  जिसमें कुल 4,80,000 रुपये का चेक कर्जदार से दोगुने ब्याज के साथ लिखा गया था, साथ ही ब्लैंक चेक नंग 24 और कोरे प्रॉमिसरी नोट कुल-36 के साथ-साथ तीन डायरियां भी बरामद की गइZ और एक अवैध रूप से बनाए रखा और गलत तरीके से तैयार किया गया रजिस्टर भी जब्त किया। अपराध शाखा की टीम द्वारा 2,33,140 रुपये की ब्याज राशि जब्त की गई।

सूदखोरों के उत्पीड़न से बचने के लिए अपराध शाखा से संपर्क करने की सलाह दी 

आरोपी से जिरह करने में उसके पास खुद साहूकारी का लाइसेंस है। लोगों को ब्याज पर पैसा देने का व्यवसाय और ब्याज पर पैसे लेने वालों को उनसे सुरक्षा के रूप में खाली वचन पत्र और चेक मिलते हैं । यदि उधारकर्ता आवश्यक राशि का भुगतान करने में विफल रहता है या समय पर व्याज का राशि नही दे पाता है तो यह कोरा वचन पत्र पर जरूरतमंद व्यक्ति द्वारा ली गई राशि से अधिक राशि का चेक लिखकर जरूरतमंद व्यक्ति के खिलाफ कानुनी कार्यवाही का डर दिखाकर डबल राशी वसूलते थे। क्राइम ब्रांच की टीम ने पूरे मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही सूरत क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के शिकार हुए जरूरतमंद लोगों से क्राइम ब्रांच से संपर्क करने की अपील की है।

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