Home क्राइम सूदखोरों पर गिरी गाज: 14 मामले दर्ज कर 12 को गिरफ्तार किया

सूदखोरों पर गिरी गाज: 14 मामले दर्ज कर 12 को गिरफ्तार किया

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सूरत. शहर में सूदखोरों का आतंक बढ़ता जा रहा है, जिसे लेकर शहर पुलिस सक्रिय हुई है। सोमवार को पांडेसरा और खटोदरा पुलिस ने सूदखोरों के खिलाफ एक ही दिन में 14 मामले दर्ज कर 12 सूदखोरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ब्याज पर रुपए देने के बाद कर्जदार से 5 से लेकर 100 फीसदी तक ब्याज वसूल रहे थे।

सुरत पुलिस कमिश्नर श्री अजय तोमर और नीचे फोटो ग्राफ में पकड़े गए आरोपी.

एच डिविजन के सहायक पुलिस आयुक्त जेड.आर. देसाई ने बताया कि उनके कार्यक्षेत्र में आने वाले खटोदरा और पांडेसरा पुलिस के निरीक्षक को आदेश दिया गया था कि सूदखोरों से परेशान लोगों की शिकायत सुनी जाए और सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। दोनों ही थानों की पुलिस ने सूदखोरों से त्रस्त लोगों का पता लगाया तो 14 सूदखोरों का नाम सामने आया, जिन्होंने अलग-अलग लोगों को 19.51 लाख रुपए ब्याज पर दिए थे। ब्याज के तौर पर अब तक 37,10,100 रुपए वसूल चूके थे। इतनी बड़ी राशि ब्याज के तौर पर वसूलने के बाद भी वे कर्जदारों को परेशान कर रहे थे। पुलिस ने पीड़ित लोगों की शिकायत पर एक ही दिन में 14 मामले दर्ज कर 12 सूदखोरों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, एक मामले में पूछताछ जारी है।

सूदखोरों की प्रताड़ना से आत्महत्या तक कर लेते हैं मजबूर

शहर में सूदखोरों के चंगुल में फंसे लोगों की जिंदगी नरक बन रही है। कई लोग एक बार उनके शिकार बनते हैं तो बाहर निकलना दूभर है। लोग ब्याज चुकाने से ही बाहर नहीं निकल पाते और मूल जस का तस खड़ा रहता है। कई तो ऐसे मामले भी सामने आए हैं कि मूल से तीन गुना तक ज्यादा रकम ब्याज में ही चुका दी और उधार खड़ा रहा। ऐसे में हताश होकर कई लोग आत्महत्या तक कर लेते हैं। शहर में पूर्व में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जब लोगों ने मजबूर होकर आत्महत्या तक कर ली है। कई मामलों में सूदखोर अपने कर्जदार के अपहरण और मारपीट भी करते हैं।

प्रमोटेड कंटेंट

शहर में ऐसे चलता है ब्याज का धंधाशहर में शॉर्ट टर्म और लांग टर्म पर सूदखोर लोगों को ब्याज पर रुपए उधार देते हैं। शॉर्ट टर्म में राशि 50 हजार तक सीमित होती है और इसकी वसूली रोजाना की जाती है। यदि कर्जदार एक दिन भी चूक गया तो सूदखोर पेनल्टी भी वसूलता है। वहीं, लांग टर्म में 50 हजार से लेकर लाखों रुपए तक की राशि ब्याज पर दी जाती है। इसमें ब्याजखोर मूल राशि पर प्रतिमाह ब्याज वसूलता है। यदि कर्जदार किसी महीने ब्याज देने से चूक गया तो ब्याज की राशि को मूल राशि में शामिल कर चक्रवृद्धि ब्याज वसूला जाता है।

इन सूदखोरों के खिलाफ हुई कार्रवाई

1-ओमप्रकाश रामप्यारे मिश्रा ( आशानगर, उधना)

2-किशन उर्फ सोनू राजभर (एसएमसी आवास, वड़ोद)

3-किरणबेन बालचंद शाह (साकारनगर अपार्टमेंट, कामरेज)

4-पवन बिरेन्द्र अग्रवाल (न्यू हरिधाम सोसायटी, बमरोली)

5-नविन उर्फ बंटी योगेन्द्रचंद्र चौबे ( प्रियंका सोसायटी, गोड़ादरा)

6-आशिषसिंह राघवसिंह राजपूत ( अंबिका टाउनशिप, डिंडोली)

7-निकुंज महेन्द्र पटेल ( प्रमुख पार्क सोसायटी, पांडेसरा)

8-राकेश संजय निकुंबे (नागसेननगर, पांडेसरा)

9-राजेश उर्फ राजू अमृत रबारी ( अमृतनगर सोसायटी, हरिनगर-2)

10-जर्नादन अवधनारायण सिंह ( सुखीनगर, पांडेसरा)

11-विशाल माणेक पाटिल ( कर्मयोगी सोसायटी, पांडेसरा)

12-सनी चेवली ( शिखर कॉम्प्लेक्स, भटार रोड)

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