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गुजरात के भूविज्ञान और खान आयुक्त की रॉयल्टी 2000 करोड़ के पार, जियो केमिकल मैपिंग शुरु किया गया

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अहमदाबाद,भूविज्ञान और खान आयुक्त (सीजीएम) ने घोषणा की है कि वित्त वर्ष 22-23 के लिए रॉयल्टी कलेक्शन की इनकम में पिछले वर्ष की तुलना में 19 प्रतिशत की वृद्धि हु है, जिससे 2070 करोड़ से अधिक रुपये प्राप्त हुए है। इसे संस्था के इतिहास में सर्वोच्च कलेक्शन माना जा रहा हे. यह अतिरिक्त आय सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को भी पार कर गई है। एक पारदर्शी, नवीनत्तम और टिकाऊ व्यवस्था को लागू करके, सीजीएम ने गुजरात की खनिज संपदा का विकास किया है। जबकि FY19-20 और FY20-21 में कोविड और कई अन्य मैक्रोइकॉनॉमिक कारकों के कारण गिरावट देखी गई, पिछले वर्षFY21 में 1352 करोड़ रुपये से 1,733 करोड़ रुपये का उछाल देखा, जो खनन उद्योग में आनेवाली तेजी का संकेत था। FY21 और FY22 के बीच, CGM ने अपने रॉयल्टी संग्रह में 28% की वृद्धि देखी है, जो कि अपनी टीम, सरकारी अधिकारियों और खनन उद्योग के हितधारकों के सामूहिक प्रयासों के कारण अपने लक्ष्य से कहीं अधिक है। सीजीएम ने अपने इतिहास में रॉयल्टी कलेक्शनसब से अधिक 2070 करोड़रुपये के लक्ष्य को पार किया है। । यह पिछले वर्ष की तुलना में 19.44% अधिक है।

पूरे रॉयल्टी संग्रह में प्रमुख खनिजों जैसे चूना पत्थर, बॉक्साइट, लिग्नाइट आदि का योगदान 30% है। जबकि सामान्य रेत, ब्लैकट्रैप, ग्रेनाइट, मार्बल, चाइना क्ले, बिल्डिंग स्टोन आदि जैसे गौण खनिजों का योगदान पूरे रॉयल्टी संग्रह में 70% है। इस उपलब्धि पर, भूतत्व और खान के निवर्तमान आयुक्त श्री रूपवंत सिंह ने कहा, यह रॉयल्टी संग्रह प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए विभिन्न उपायों को लागू करने का परिणाम है, जैसे सिंगल विन्डो प्रणाली, माइनिंग लीझ दस्तावेजों का डिजिटलीकरण, निगरानी के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाना। उन्होनें आगे बताया की, यह संभव नहीं होता अगर पूरे इकोसिस्टम ने साथ नहीं दिया होता। यह आने वाले समय का एक छोटा सा उदाहरण है और स्थायी खनन प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की दृष्टि से अधिक माईनिंग लीझ को मंजुरी दी जा रही हैं। हम इन्टिग्रैटेड लीझ माइनिंग सीस्टम से सर्वोत्तम उपायों के उपयोग और संचालन कर रहे हैं, ई-नीलामी मार्गों को लागू कर रहे हैं जो नदी की रेत के विकल्पों के मूल्यांकन के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही लाते हैं। हम जियो केमिकल मैपिंग शुरू करने वाले पहले राज्य भी हैं। जियो केमिकल मैपिंग के हिस्से के रूप में, राज्य में पड़ने वाली कुल 236 टोपोशीट में से 86 टोपोशीट 54412 स्क्वैयर किलोमीटर के क्षेत्र में पूरी हो चुकी हैं; नमूना विश्लेषण और मानचित्रण जीएसआई मानदंडों के अनुसार किया जाता है। सीजीएम रिपोर्ट लिखने के लिए आधुनिक सिस्टम सर्फर, मानचित्र जानकारी, और जियोसॉफ्ट मोंटाज-जियोकेमिस्ट्री सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है। सीजीएम ने पिछले कुछ वर्षों में खनन क्षेत्र में नए उद्यमियों और निवेशकों को आकर्षित किया है। राज्य ने नए 12 चूना पत्थर और बॉक्साइट प्रमुख खनिज ब्लॉक स्थापित किए हैं जो राज्य में नए खनन उद्योगों को आकर्षित करेंगे। राज्य ने 365 लघु खनिज ब्लॉक भी स्थापित किए हैं, जो व्यक्तिगत के साथ-साथ छोटे स्तर के निवेशकों को भी आकर्षित करेंगे। इससे स्टार्ट-अप के लिए नए अवसर पैदा होंगे और राज्य में नए रोजगार सर्जित होंगे। यह आगामी वर्षों में रॉयल्टी कलैक्शन में वृद्धि करेगा। भूविज्ञान और खनन आयुक्त गुजरात सरकार के उद्योग और खान विभाग के आधीन काम कर रहे हैं। इसका कार्यकारी प्रधान कार्यालय ब्लॉक नंबर-15, डॉ जीवराज मेहता भवन, सेक्टर-10, गांधीनगर में है। इसके 33 खनिज कार्यालय संबंधित जिलों (कच्छ में दो कार्यालय) में कार्यरत हैं। खनिज अन्वेषण सर्कल कार्यालय वड़ोदरा, अहमदाबाद और राजकोट में स्थित हैं। फ्लाइंग स्क्वाड कार्यालय सूरत, राजकोट और कच्छ में स्थित हैं, सभी मुख्यालय, गांधीनगर में फ्लाइंग स्क्वाड कार्यालय के साथ समन्वयित हैं। इसमें आयुक्त, अतिरिक्त निदेशकों, नायब निदेशक की एक कोर टीम शामिल है साथ में तकनीकी और कार्यालय कर्मचारियों के साथ निदेशक, वरिष्ठ भूवैज्ञानिक, भूवैज्ञानिक, सहायक भूवैज्ञानिक, रसायनज्ञ भी शामिल है|

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