सुरत, गुजरात राज्य में हनीट्रेप का एक और मामला सामने आया है। जहा एक एलआईसी एजंट को बीमा कराने के लिए एक शख्स ने अपने फ्लैट पर बुलाया था। फ़िर एक युवती एजंट के पहुंचते ही किसी ने बाहर से दरवाजा बंद कर लिया और उसके बाद तीन चार लोगों ने खुद को पुलिस बताकर उससे रु. 3 लाख की मांग की। हांलाकि बाद में मामला 75 हजार रुपए में निपटाने का तय हुआ। जिसमें 75 हजार रुपए में रु. 42 हजार हनीट्रेप गिरोह ने ऐंठ लिए। एजंट ने शंका के आधार पर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी। जिसके आधार पर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश कर रही है।
सम्पूर्ण घटना सूरत के अडाजण क्षेत्र की है। सूरत के सिटीलाइट में रहनेवाले एलआईसी एजंट को शहर के अडाजण क्षेत्र की हाउसिंग सोसायटी में रहनेवाले दिलीप नामक व्यक्ति बीमा के काम से अपने घर बुलाया था। एजंट कुछ ही देर में दिलीप के घर पहुंच गया। एजंट के घर में दाखिल होते ही एक युवती उसके पास पहुंच गई। उस दौरान किसी ने बाहर से घर का दरवाजा बंद कर दिया। 5 मिनट बाद तीन-चार लोग घर के भीतर घुस आए और खुद को अडाजण पुलिस थाने का बताते हुए एजंट से कहा कि तुम यहां गलत काम कर रहे हो। इसके बाद एलआईसी एजंट की लकड़ी से पिटाई शुरू कर दी और फर्जी केस में फंसा देने की धमकी देते हुए रु. 3 लाख की मांग की।एजंट ने जब कहा कि उसके पास रु. 3 लाख नहीं है तो उसके साथ फिर मारपीट की। आखिरकार रु. 75000 समझौता हुआ। जिसमें रु. 25000 एजंट को लेकर निकट के एटीएम लेकर निकलवाए और उसके घर से रु. 17000 ऐंठ लिए। शेष रकम बाद में देने का तय हुआ। उस दौरान एजंट को संदेह होने पर उसने अपने दोस्त को बुलाया। अन्य लोगों के आने की खबर लगते ही हनीट्रेप गिरोह के लोग वहां से फरार हो गए। उसके बाद एलआईसी एजंट अडाजण पुलिस थाने पहुंच गया और 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी। जिसके आधार पर पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य 4 की तलाश कर रही है।