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डीलर स्तर पर नए वाहनों का रजिस्ट्रेशन से आरटीओ को 83 करोड़ का राजस्व

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दिवाली और नवरात्रि के दौरान कुल 53 हजार नए वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ

सभी वाहन डीलर स्तर पर पंजीकृत

वर्ष 2023 से डीलर स्तर से नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के बाद सूरत आरटीओ विभाग को टैक्स और फीस के माध्यम से 83 करोड़ रुपये की आय हुई है। दिवाली और नवरात्रि के दौरान कुल 53 हजार नए वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। सभी वाहन डीलर स्तर पर पंजीकृत थे। इसके अलावा नंबरों की नीलामी और चयन की प्रक्रिया के दौरान आरटीओ को कुल 3 करोड़ की कमाई हुई है। इस प्रकार, 2023 में डीलर स्तर से शुरू की गई पंजीकरण प्रक्रिया के कारण सूरत आरटीओ को सबसे अधिक फायदा हुआ है।

सूरत शहर में सामान्य दिनों में भी वाहनों का पंजीकरण होता है, लेकिन हाल ही में राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2023 में जारी परिपत्र के बाद डीलर स्तर से शुरू की गई नए वाहनों के पंजीकरण की प्रक्रिया से सूरत आरटीओ को सबसे बड़ा फायदा हुआ है। अधिकारी के अनुसार अनुसार वर्ष 2023 में नये वाहनों के पंजीयन हेतु राज्य शासन द्वारा परिपत्र जारी किया गया था। वाहनों का रजिस्ट्रेशन डीलर स्तर से ही करने का आदेश दिया गया था। वाहन चालकों का समय और परेशानी बचाने के उद्देश्य से यह अहम फैसला लिया गया है। सरकार के निर्णय और आदेश के बाद वर्ष 2023 में सभी नए वाहनों का रजिस्ट्रेशन सूरत आरटीओ द्वारा डीलर स्तर पर किया जा रहा है।

अब तक डीलर स्तर पर करीब 53000 नए वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। वाहनों के सभी दस्तावेजी साक्ष्यों के सत्यापन के साथ-साथ वाहनों के नंबर प्लेटों की भी जांच डीलर स्तर पर की जाती है। जिसमें सूरत आरटीओ विभाग को साल 2023 में खासकर टैक्स और फीस के रुप में 83 करोड़ रुपए की आय हुई है। दिवाली और नवरात्रि के दौरान सूरत आरटीओ विभाग द्वारा नीलामी प्रक्रिया आयोजित की जाती है। इसका पूरा फायदा इस बार आरटीओ विभाग को मिला है। क्योंकि नीलामी की प्रक्रिया से सूरत आरटीओ विभाग को 2 करोड़ रुपये की आय हुई है। इसी तरह, नवरात्रि और दिवाली में चयनित नंबरों की फीस के कारण आरटीओ के खजाने में 1 करोड़ रुपये की आय जमा हुई है।

इस प्रकार, विभिन्न करों और शुल्कों के माध्यम से सूरत आरटीओ विभाग की कुल आय 83 करोड़ रुपये है। आमतौर पर सूरत आरटीओ को अलग-अलग टैक्स और फ्री पेमेंट से हर महीने 40 करोड़ रुपए की कमाई होती है, लेकिन दिवाली और नवरात्रि के दौरान आय में बड़ी बढ़ोतरी होती है। अक्टूबर-नवंबर के महीने में आरटीओ की आय प्रति माह 45 करोड़ रुपए होती है। एक अनुमान के मुताबिक अहमदाबाद आरटीओ के बाद सूरत आरटीओ सबसे अमीर आरटीओ बनकर उभरा है।

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