पांच से छह मामले सामने आते ही वराछा के प्रशासनिक तंत्र और स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया
ड्रेनेज लाइन की शिफ्टिंग के दौरान लीकेज के कारण निजी बोरों में सीवेज मिलने से समस्या उत्पन्न हुई
शहर के वराछा जोन क्षेत्र में शामिल जगदीश नगर सोसायटी में पिछले दो-तीन दिनों से नाली का पानी पीने के पानी में मिल जाने से पूरे क्षेत्र में उल्टी दस्त की बिमारी फैलने से काफी अफरा-तफरी मच गई है। घटना की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग समेत वराछा जोन का प्रशासनिक तंत्र हरकत में आ गया। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा पूरे इलाके में सघन जांच की गई है। वहीं जोन के प्रशासनिक तंत्र ने पानी रिसाव का पता चलने के बाद इसकी मरम्मत का काम किया है। इसके अलावा स्थानीय लोगों को महामारी की आशंका को ध्यान में रखते हुए पिछले दो दिनों से टैंकरों से पीने का पानी वितरित किया जा रहा है।
सूत्रों से ज्ञात जानकारी के अनुसार वार्ड नं. 15 (करंज-मगोब) जगदीश नगर सोसायटी में पिछले दो-तीन दिनों से पीने के पानी की समस्या थी। ड्रेनेज लाइन का पानी पेयजल लाइन में मिल जाने के कारण क्षेत्र में पांच से छह लोगों को हैजा हो गया, जिससे क्षेत्रवासियों में दहशत फैल गई। जगदीश नगर में उल्टी दस्त की बिमारी फैलने की खबर इलाके में तेजी से फैलने से लोगों में भी डर का माहौल बन गया। पूरे घटनाक्रम के बाद वराछा जोन और स्वास्थ्य विभाग का प्रशासनिक तंत्र दौड़ता नजर आया। फिलहाल वराछा जोन प्रशासन की ओर से पानी की सैंपलिंग के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से घर-घर सघन जांच की गई है और एक टीम को जगदीश नगर में स्टैंडबाय पर रखा गया है। पिछले दो दिनों से उत्पन्न इस समस्या को लेकर प्रशासनिक तंत्र ने युद्ध स्तर पर ड्रेनेज लीकेज की समस्या को दूर करने की कवायद की। दोपहर में लीकेज की समस्या दूर होने से स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली। वहीं, प्रशासन की ओर से हैजा महामारी की स्थिति को देखते हुए पिछले दो दिनों से पूरी सोसायटी में टैंकरों से पीने का पानी वितरित किया गया और स्थानीय लोगों से बोर के पानी का उपयोग न करने की अपील भी की गई।
मेट्रो की लापरवाही से फैली महामारी
सूरत शहर में मेट्रो परिचालन रात्रिकालीन यातायात समेत अन्य समस्याओं को लेकर चर्चा का केंद्र बन रहा है। वराछा जोन में भी जगदीश नगर में हैजा के मामले सामने आ चुके हैं, अब चर्चा है कि इसके लिए मेट्रो ऑपरेशन जिम्मेदार है। हाल ही में पता चला है कि इस इलाके में मेट्रो द्वारा ड्रेनेज लाइन की शिफ्टिंग का काम किया गया है. आरोप है कि वराछा जोन के अधिकारियों से समन्वय किए बिना मेट्रो ठेकेदार द्वारा ड्रेनेज लाइन में लीकेज के कारण यह पानी पेयजल लाइन में मिल गया है।
जगदीश नगर के निवासियों द्वारा निजी बोर का उपयोग
वराछा जोन-जगदीश नगर और आसपास की सोसायटी में ज्यादातर मजदूर वर्ग और मध्यम वर्ग के परिवार रहते हैं। यह भी ज्ञात हुआ है कि इस क्षेत्र के निवासियों ने अभी तक महानगर पालिका की पेयजल सुविधा का लाभ नहीं उठाया है। भवन स्वामियों और किरायेदारों के आवेदन में आलस्य के कारण नगर निगम द्वारा इस क्षेत्र में पेयजल लाइन नहीं बिछाई गई है। जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि यह समस्या उत्पन्न हुई है.
स्वास्थ्य विभाग की टीम स्टैंड बाई: मनीषा अहीर
जगदीश नगर में हैजा के पांच से छह मामले सामने आने के बाद सूरत नगर निगम स्वास्थ्य समिति की अध्यक्ष मनीषा अहीर ने भी आज सुबह क्षेत्र का दौरा किया। जहां उन्होंने वराछा जोन अधिकारी को तत्काल समस्या का समाधान करने की जानकारी भी दी – साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने आगे कहा कि इस सोसायटी के निवासियों को मनपा की पेयजल सुविधा का लाभ उठाने के लिए सूचित किया जाएगा और यदि उन्हें इस संबंध में कोई समस्या है, तो उसका समाधान भी किया जाएगा।