सूरत। 22 जनवरी को जब दुनिया के करोड़ों श्रद्धालु अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के साक्षी बने, तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को शुद्ध चांदी से बनी राम मंदिर की कलात्मक कलाकृति भेंट कर सम्मानित किया। ये पल सबसे बड़े लोक आकर्षण का केंद्र बने। इस उपहार को स्वीकार करते समय गंभीर दिख रहे मोदी के चेहरे की भावनात्मक मुस्कान पर भी सभी ने विशेष ध्यान दिया। इनमें से प्रत्येक चांदी के मंदिर का वजन तीन किलो है और इसका निर्माण सूरत स्थित प्रसिद्ध डी. खुशालभाई ज्वैलर्स द्वारा किया गया है।
इस प्रतिष्ठित चांदी के मंदिर की इच्छा योगीजी ने व्यक्तिगत रूप से डी.खुशालभाई के प्रबंधक दीपकभाई चोकसी को बताई थी, दीपकभाई ने मंदिर का गहन अध्ययन किया और केवल साढ़े तीन महीने के भीतर इन दोनों मंदिरों को तैयार किया। जिसमें सनातनियों की आस्था, नरेंद्र भाई मोदी का राम मंदिर के प्रति लगाव, योगी जी की उदात्त भावना को रखा गया और मंदिर की नक्काशी आदि का विस्तार से अध्ययन किया गया।
मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अनेक राम प्रेमियों ने देश-विदेश से विभिन्न उपहार भेजे हैं। उस समय डायमंड सिटी के नाम से मशहूर सूरत में अपनी अलग पहचान बनाने वाले डी. खुशालभाई ज्वैलर्स ने चांदी के मंदिरों की प्रतिकृतियां उपहार में देकर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। दीपकभाई ने खुद को भाग्यशाली माना कि वह चांदी के राम मंदिर की एक आदर्श प्रतिकृति बनाने में सक्षम हुए और उन्होंने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि सूरत को विश्व स्तर पर पहचान मिली है।