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न्यू सिविल अस्पताल में हीटवेव के दौरान आत्म-सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल पर आयोजित हुआ सेमिनार

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हीटवेव

रक्तदान, अंगदान, नेत्रदान और मतदान जैसे महत्वपूर्ण दान के प्रति जागरूक रहें: अंगदान चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक श्री दिलीपभाई देशमुख

सुरत, सुरत शहर समेत पूरे राज्य में गर्मी का पारा लगातार बढ़ रहा है. अधिकतम तापमान 37-38 डिग्री दर्ज किया गया है और हवा 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने के कारण भीषण गर्मी से बचने और भीषण गर्मी में स्वास्थ्य जागरूकता के लिए न्यू सिविल अस्पताल के ऑडिटोरियम हॉल में सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें लू से बचने के उपाय, स्वयं की सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल, अस्पताल में भर्ती मरीजों की देखभाल के लिए नर्सिंग स्टाफ को जानकारी दी गई.

इस अवसर पर सूरत सरकारी मेडिकल कॉलेज के पी.एस.एम विभाग के पूर्व अतिरिक्त स्वास्थ्य निदेशक और अर्बन हेल्थ और क्लाइमेट रेजिल्यांश सेंटर आफ एक्सीलेंस के मानद तकनीकी निदेशक डॉ. विकासबेन देसाई ने कहा कि गर्मी की चिलचिलाती धूप में सतर्क रहना ही बुद्धिमानी है. गर्मी के दौरान खुद की सुरक्षा और सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. साथ ही, अस्पताल में भर्ती मरीजों की देखभाल और उपचार के साथ-साथ नर्सिंग देखभाल भी महत्वपूर्ण बनी हुई है. मरीजों को सामान्य दिनों की तुलना में गर्म दिनों में अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है. नर्सिंग स्टाफ को अपनी नैतिक जिम्मेदारी का एहसास करना चाहिए और मरीजों को पूरे दिन दवा के साथ-साथ समय-समय पर पर्याप्त पानी भी देना चाहिए.

इसके अलावा, डॉ. देसाई ने कहा कि मरीजों के साथ-साथ आम जनता को गर्म परिस्थितियों में एयर कंडीशन में रहने से बचना चाहिए.  गर्मी से राहत पाने के लिए ज्यादा शीतल पेय, कोल्ड ड्रिंक न पियें. अगर आपको बार-बार पानी पीना पसंद नहीं है तो आप शरीर में पर्याप्त तरल पदार्थ बनाए रखने के लिए नारियल पानी, नींबू का शरबत, नमकीन छाछ, संतरे का जूस, ग्लूकोज पानी आदि ले सकते हैं. हल्के सूती कपड़े पहनें और संभवतः: हल्के सफेद कपड़े. गर्मी के मौसम में लिनन के कपड़े और मुलायम मलमल के कपड़े बहुत आरामदायक होते हैं. गर्मी में बाहर निकलते समय टोपी पहनें, महिलाओं को घूंघट, घूंघट, सिर ढकने या छाते से अपना मुंह ढंकना चाहिए.

इस अवसर पर अंगदान चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक श्री दिलीपभाई देशमुख ने रक्तदान, अंगदान, नेत्रदान और मतदान को महत्वपूर्ण दान बताया और सभी लोगों से इस दान के प्रति जागरूक होने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि यह हीटवेव से बचने के लिए अपना ख्याल रखने और मरीजों की सुरक्षा के लिए सरल कदम उठाने के लिए एक प्रेरणा थी.

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज-सूरत के सुनीलभाई मोदी ने कहा कि असहनीय गर्मी से बचने के लिए ‘सावधानी ही सुरक्षा है’ का दृष्टिकोण अपनाकर हीटवेव से बचने के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए यह सेमिनार महत्वपूर्ण हो गया है. गुजरात नर्सिंग काउंसिल के इकबाल कड़ीवाला द्वारा हीटवेव से सावधानियों और सुरक्षा उपायों पर सेमिनार का आयोजन किया गया था.

दिलीप देशमुख ने उपस्थित सभी को रक्तदान, अंगदान, नेत्रदान एवं मतदान का संकल्प दिलाया. इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गणेश गोवेकर, आर.एम.ओ. डॉ. केतन नायक, टीबी एवं चेस्ट विभागाध्यक्ष डॉ. पारुल वदगामा, मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. रागिनी वर्मा, नर्सिंग कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य डॉ. शीतल चौधरी, नर्सिंग अधीक्षक आनंदी गामीत, सर्वश्री सुरेंद्र त्रिवेदी और अशोक गडारा, स्मीमेर अस्पताल के नर्सिंग अधीक्षक अश्विन पंड्या, नीलेश लाठिया, विभोर चुघ, चेतन अहीर, वीरेन पटेल, जगदीश बुहा, सिविल डॉक्टर, हेडनर्स, नर्सिंग एसोसिएट के कर्मचारी उपस्थित थे.

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