सूरत, आम आदमी पार्टी नेता और पूर्व नगरसेवक दिनेश काछड़िया ने मनपा आयुक्त शालिनी अग्रवाल को पत्र लिखकर आरोप लगाया है की सूरत नगर निगम के अंतर्गत वराछा जोन-ए में टीपी स्कीम नंबर चार में एम 3 मल्टी लेवल पार्किंग के लिए ठेकेदार का अनुबंध दिनांक 31-1-2024 को समाप्त हो गया है. अगर दिन खत्म हो जाए तो सूरत नगर निगम की ओर से बैनर लगाया जाना चाहिए कि यहां मुफ्त पार्किंग है और मार्शल भी रखे जाने चाहिए, जो आज तक नहीं किया गया. ऐसे में पैसे की उगाही की बात सामने आई है.
दिनेश काछड़िया का आरोप है कि मल्टीलेवल पार्किंग में दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें महीने के लोगों से किसी ने पैसे ले लिए हैं और पास भी बना दिए गए हैं. सूरत नगर निगम को लाखों रुपये का चूना लगाने वाला यह व्यक्ति कौन है और मुफ्त पार्किंग होने के बावजूद लोगों से लाखों रुपये वसूलने वाला यह व्यक्ति कौन है? क्या सूरत नगर निगम इतना लापरवाह है कि बैनर और मार्शल तक नहीं लगा सकता? आगे उन्होंने मनपा के जिम्मेदार अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि ऊपर से ऐसा लगता है कि सूरत मनपा के अधिकारी भी गैरजिम्मेदार हो गए हैं. क्या ऐसा संभव है कि ऐसे लोग लोगों के टैक्स के पैसे से सूरत के 70 लाख लोगों की संपत्ति चुराकर सिर्फ पैसा कमा रहे हों और सूरत नगर निगम के अधिकारी को पता न हो? मुझे लगता है कि इसमें कहीं न कहीं सभी लोग शामिल हो सकते हैं. इसकी सतर्कता से जांच होनी चाहिए. किसी सक्षम व्यक्ति से जांच कराई जाए ताकि जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई हो और ऐसे अपराधी सलाखों के पीछे हों. ताकि आने वाले दिनों में सूरत नगर निगम किसी भी संपत्ति में इस तरह की घुसपैठ न कर सके.
दिनेश काछड़िया ने मांग की है की जिन लोगों का पैसा फ्री पार्किंग के बावजूद वसूला गया है उन्हें वापस किया जाए और जिसने भी यह अपराध किया है उसे तुरंत सजा दी जाए और जो भी इसमें शामिल है उसे तत्काल प्रभाव से बाहर किया जाए.