सूरत, सूरत लोकसभा चुनाव में हाईवोल्टेज ड्रामा करने वाले कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुम्भानी पिछले 22 दिनों से लापता थे. अचानक देर शाम उन्होंने मीडिया के सामने आकर कांग्रेस पर आरोप लगाया और कहा कि मैंने नहीं बल्कि कांग्रेस ने धोखा दिया है. हालांकि उन्होंने आगे कहा कि मेरा बीजेपी से कोई लेना-देना नहीं है. गौरतलब है कि फॉर्म रद्द होने के बाद नीलेश कुम्भानी एक बार सामने आए थे और एक वीडियो भी जारी किया था.
नीलेश कुम्भानी ने कहा, मैंने कांग्रेस को धोखा नहीं दिया है. कोई लाल पैदा नहीं हुआ जो मुझे मार सके. मेरे समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता हैं. मैं और मेरे समर्थक एक साथ हैं. कांग्रेस ने विरोध शुरू कर दिया. 2017 में कांग्रेस नेताओं ने मुझसे बदला लिया था तो मैंने भी बदला लिया. मेरे समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने जवाबी कार्रवाई की और मैंने भी इसका साथ दिया है. मैं याचिका दायर करने के लिए उच्च न्यायालय गया लेकिन कांग्रेस ने मेरे घर पर विरोध प्रदर्शन किया इसलिए मैं गायब हो गया. अब मैं कांग्रेस के साथ नहीं हूं. अब मैं अपने समर्थकों से चर्चा करूँगा की कि राजनीति में रहना है या नहीं. मेरे समर्थकों का अपहरण नहीं किया गया था. आगे उन्होंने कहा की मैं इसलिए चुप रहा ताकि मेरे बयान से कांग्रेस को नुकसान न हो. परेश धनानी, शक्तिसिंह गोहिल की सीमा से ऊपर जा रहे थे, इसीलिए मुझे चुनावी संबोधन के बाद बयान देने के लिए उपस्थित होना पड़ा. कांग्रेस ने 2017 में कहा था कि टिकट आपका है. कड़ी मेहनत करो मैंने खर्च किया, कड़ी मेहनत की, भाजपा उम्मीदवार को अपना जनादेश दिया. मुझे टिकट मुफ़्त में नहीं दिया गया था.
कांग्रेस ने मुझे धोखा दिया है. अभी तक बीजेपी से कोई संपर्क नहीं है और न ही बीजेपी से कोई लेन-देन है. मैं इतने दिनों तक अपने घर पर ही था. मेरे समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता थे. मैं बीजेपी की नहीं बल्कि अपनी कार से फॉर्म भरने गया था.’ मैं धक्का लगने से बचने के लिए पिछले दरवाजे से चला गया. मैं किसी पर आरोप लगाकर किसी को बड़ा नहीं बनाना चाहता. मैं अपना वोट डालने के लिए भी घर से नहीं निकला था.