सूरत, सूरत के लिम्बायत क्षेत्र में एक स्थानीय समाचार चैनल कार्यालय की आड़ में नकली नोट छापने की एक मिनी फैक्ट्री का एसओजी पुलिस ने भंडाफोड़ किया था. इस अपराध में पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. अब एसओजी पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की है. आरोपी के साथ उस स्थान पर पहुंच गया, जहां उसके घर में पैसे छिपाए हुए थे. बता दें कि मुख्य आरोपी फिरोज ने सलाबतपुरा के जमीन दलाल को फर्जी रुपये दिये थे.
पिछले 21 मई को सूरत एसओजी और पीसीबी पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर नकली नोट छापने की एक मिनी फैक्ट्री पर छापा मारा था और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने 9.36 लाख से ज्यादा नकली नोट जब्त किए थे. इस अपराध में एसओजी पुलिस ने एक और आरोपी को उमरवाड़ा से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम शाहपूर सादिक अब्बास अली है. वह उमरवाड़ा टेनेमेंट में किराए पर रहता है. मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. सादिक के पास से 200 रुपये के 2.91 लाख नकली नोट बरामद हुए हैं.
डीसीपी राजदीपसिंह नकुम ने बताया, पुलिस ने आरोपी को सलाबतपुरा उमरवाड़ा गुजराती स्कूल के पास से पकड़ा है. पुलिस ने सादिक अली उर्फ बटाका अब्बास अली शाहपोर पठान नाम के शख्स को पकड़ा है. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में उसने बताया कि उसकी मुलाकात मुख्य आरोपी फिरोज शाह से हुई थी और खुद पैसा कमाने का लालच देकर उसने उससे 200 के 2.90 लाख नोट 70 से 80 हजार रुपये में लिये थे. सादिकअली ने नोट को सूरत स्थित अपने घर में छिपाकर रखा था. पुलिस आरोपी को साथ लेकर उसके घर पहुंची. जहा से पुलिस ने दुपट्टे में लिपटा हुआ 2.90 लाख का नकली नोट बरामद किया गया और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई. पुलिस ने इस अपराध में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 12,26,900 के नकली नोट जब्त किए हैं. इन नकली नोटों को बाजार में चलने से पहले ही जब्त कर लिया गया है. और कितने लोग शामिल है, इससे संबंधीत भी जाँच की जा रही है.