सुरत कोविड-19 की महामारीग्रस्त होने के बाद भी सुरत मनपा सिर्फ कागजों पर ही कार्यवाही करते नजर आ रहे हैं घर-घर कचरा क्लेशन के कमर्चारी बिना किसी सुविधा के ही अपना जीवन जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं? क्या कोरोना वेरियर यह नही हैं, सिर्फ कागजों पर ही कोरोना वेरियर से बताया जा रहा हैं, जिससे यह प्रतीत होता हैं, की मनपा के अधिकारियों जिस प्रकार से कार्य करना चाहिये वह नही कर रहे हैं, कांट्रेक्टर सिर्फ अपना फायदा देख रहे हैं, अधिकारीयों की जवाबदरी नही बनती क्या इस प्रकार से काम कर रहे लोगों की जीवन की सुरक्षा किस के भरोसा ?
नही ही हाथ में पहने का दस्ताने ,न ही मुहँ पर मास्क, न ही पैर में पहने के लिये कोई साधन,
फिर भी मनपा इसको कोरोना वेरियर कहती हैं तो सूविधा क्यों नही.?
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