नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रसिद्ध दवा निर्माता फार्मा कंपनी जायडस कैडिला के चेयरमैन पंकज आर पटेल ने कहा है कि देश में हर व्यक्ति तक कोरोना का टीका पहुंचाने के लिए जिन सुविधाओं की जरूरत है, उस पर पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, ‘भारत में कोरोना वैक्सीन के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए अतिरिक्त सुविधाओं की जरूरत होगी।
कोरोना महामारी का एकमात्र उपाय वैक्सीन ही नहीं है, हमें उपचार के और तरीके की भी तलाश करनी है।’ पटेल ने कहा कि कोरोना वैक्सीन एक बहुत मुश्किल प्लेटफार्म की तरह साबित हो रहा है, इस वजह से वैक्सीन बनाने की लागत बहुत बढ़ जाएगी।वैक्सीन अकेला समाधान नहीं- पंकज आर पटेल ने बताया कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए वैक्सीन अकेला समाधान नहीं है।
हमें वैक्सीन भी चाहिए और ट्रीटमेंट प्रोटोकोल के हिसाब से हमें कुछ नए सुधार करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि इस समय दुनिया भर में जिस तरह वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है उस हिसाब से 100 फीसदी लोगों में कोरोना से बचाव की इम्यूनिटी डेवलप होने की उम्मीद नहीं है।
खर्च करने होंगे 5000 करोड़ रुपये- पंकज पटेल ने कहा कि अगर भारत को अपनी 130 करोड़ से अधिक आबादी के लिए कोरोना वैक्सीन की खुराक तैयार करनी है तो उसे उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए पांच हजार करोड़ रुपये तक के निवेश की जरूरत है। जायडस कैडिला के पटेल ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को तैयार करने की प्रक्रिया जटिल है, इसलिए दूसरे वैक्सीन की तुलना में इसे तैयार करने में अधिक खर्च होगा।