नई दिल्ली (एजेंसी)। देश में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 83,980 नए मामले सामने आने के साथ ही पीड़ितों की संख्या बढ़कर 57 लाख 89 हजार से अधिक हो गई। बुधवार को कोरोना से 83 हजार से अधिक पीड़ितों को मुक्ति मिली और ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 46 लाख 67 हजार से अधिक हो गई। इस बीमारी से अब तक सारे देश में 91 हजार से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है।
देश में पिछले 5 दिनों से संक्रमण के मुकाबले ठीक होने वालों की संख्या अधिक आ रही है जिसके चलते एक उम्मीद सी बंधी है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार ने भी लोकसभा में कहा है कि देश में कोरोनावायरस के कम्युनिटी स्प्रेड के कोई संकेत नहीं हैं।
कोरोनावायरस संक्रमण के महाराष्ट्र में एक बार फिर बुधवार को 21,029 नए मामले सामने आने के साथ ही पीड़ितों की संख्या बढ़कर 12 लाख 42 हजार 770 हो गई। हालांकि यहां पर बुधवार को 19,576 मरीजों को कोरोनावायरस से मुक्ति भी मिली। लेकिन महाराष्ट्र में मौतों की संख्या भी कम नहीं हो रही है।
देश की लगभग 45% कोरोना मौतें महाराष्ट्र में होती हैं। बुधवार को 479 लोगों ने कोरोना संक्रमण के चलते दम तोड़ा और मृतकों की संख्या बढ़कर 33,427 हो गई। कोरोनावायरस फैलना चिंता का विषय नहीं है, लेकिन मौत ज्यादा चिंतनीय है। क्योंकि मौत के बाद कोई विकल्प नहीं बचता।
मौत के पैमाने पर दिल्ली जैसे केंद्र शासित प्रदेशों की स्थिति भी चिंतनीय है जहां अब तक 5087 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। जबकि दिल्ली की जनसंख्या उत्तरप्रदेश के मुकाबले लगभग 20 गुना कम है।संक्रमण लगातार तेजी से फैल रहा है।
बुधवार को
- आंध्र प्रदेश में 7228,
- तमिलनाडु में 5325,
- कर्नाटक में 6997,
- उत्तर प्रदेश में 5143,
- दिल्ली में 3714,
- पश्चिम बंगाल में 3189,
- ओडिशा में 4237,
- तेलंगाना में 2296,
- बिहार में 1598,
- असम में 2098,
- केरल में 5376,
- गुजरात में 1372,
- राजस्थान में 1486,
- हरियाणा में 1986,
- मध्यप्रदेश में 2346,
- पंजाब में 2123,
- झारखंड में 1141,
- जम्मू और कश्मीर में 1234 और
- उत्तराखंड में 1069
कोरोना मरीज मिले। यह सरकारी आंकड़ा है। क्योंकि देश में लगभग 12 लाख टेस्ट हो रहे हैं। किंतु संक्रमण कितने लोगों में फैल चुका है, यह बताना मुश्किल है। सोरो सर्वे कहता है कि देश में अधिकांश जनसंख्या कोरोना से संक्रमित हो चुकी है।
कई जगह यह सर्वे कराया जा चुका है और उसमें पता चला है कि 31 से लेकर 64% तक संक्रमण फैल गया है।इसका औसत निकाले तो लगभग 45% से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। यह स्थिति भयानक है। सरकार कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या जो बता रही हैं उसमें और वास्तविक संख्या में कई बार अंतर देखने को मिला है।
मीडिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि देश भर में अनेक जगह कोरोना से होने वाली मौतों को सामान्य मौत बताया जा रहा है। यदि इस पैमाने पर देखा जाए तो देश में करोड़ों की संख्या में लोग संक्रमित हो चुके हैं। अब केवल और केवल कोरोना के वैक्सीन से उम्मीद है। जो अगले छह माह तक आम जनता के लिए उपलब्ध होने की संभावना नहीं है।