नई दिल्ली (एजेंसी)। रेल, वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने पूर्वी तथा पश्चिमी दोनों गलियारे पर समर्पित फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) में पूर्ण होने वाले विभिन्न खंडों की प्रगति की आज समीक्षा की। गोयल ने कहा कि यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए ताकि पूरा किया गया प्रोजेक्ट जून 2022 तक राष्ट्र को समर्पित किया जा सके।[ads1]
गोयल ने कहा कि परियोजना को जून 2022 की अंतिम सीमा से पहले पूरा करने के उद्देश्य से सभी हितधारकों को काम में लगाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। भारतीय रेल मालगाड़ियों के लिए तेज गति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से समर्पित फ्रेट कॉरिडोर बना रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 29 दिसम्बर, 2020 को पूर्वी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर के 351 किलोमीटर लंबे न्यू खुर्जा-न्यू भाउपुर खंड का उद्घाटन किया था।
पहले चरण में, डीएफसीसीआईएल सोननगर-दनकुनी खंड के सार्वजनिक निजी भागीदारी खंड सहित पश्चिमी डीएफसी (1504 रूट किलोमीटर) और पूर्वी डीएफसी (1856 रूट किलोमीटर) का निर्माण कर रहा है। पूर्वी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) लुधियाना (पंजाब) के निकट साहनेवाल से शुरू होगा और पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार तथा झारखंड राज्यों से होते हुए पश्चिम बंगाल के दनकुनी में समाप्त होगा।[ads2]
उत्तर प्रदेश के दादरी से मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (जेएनपीटी) को जोड़ने वाला पश्चिमी गलियारा, डब्ल्यूडीएफसी तथा ईडीएफसी के उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों से होकर (सोननगर – दनकुनी पीपीपी सेक्शन को छोड़कर) गुजरेगा और यह 2800 रूट किलोमीटर जून 2022 तक चालू किया जाएगा।