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उत्तर गुजरात के 600 गांवों के किसानों को मिलेगी दिन के दौरान बिजली

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उत्तर गुजरात के 600 गांवों के किसानों को मिलेगी दिन के दौरान बिजली

अहमदाबाद (एजेंसी)| मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि ज्योतिग्राम योजना के बाद सबसे बड़ी और ऐतिहासिक योजना के रूप में राज्य सरकार ने किसान सूर्योदय योजना कार्यान्वित की है जिससे राज्य का अन्नदाता दिन को काम और रात्रि को विश्राम कर सकेगा। मंगलवार को अरवल्ली जिले के बायड शहर में कृषि कार्यों के लिए दिन के दौरान बिजली आपूर्ति की किसान सूर्योदय योजना के दूसरे चरण के अंतर्गत उत्तर गुजरात क्षेत्र में पहले चरण का लोकार्पण करते हुए उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस योजना के दूसरे चरण के शुभारंभ के बाद अब उत्तर गुजरात के 600 गांवों के किसानों को दिन के दौरान गुणवत्तायुक्त बिजली की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।

किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प के साथ इस योजना को राज्य के बाकी जिलों में भी चरणबद्ध ढंग से लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले स्थिति यह थी कि किसानों को रात्रि के दौरान खेतों को पानी देने के लिए जाना पड़ता था। इसके कारणउन्हें जहरीले जीव-जंतुओं के काटने सहित हिंसक पशुओं का भय रहता था। अब किसानों को दिन के दौरान 8 घंटे तक अबाधित बिजली आपूर्ति की जाएगी। इससे किसानों को सुरक्षा तो मिलेगी ही साथ ही पहले के समय में जो रुक-रुककर बिजली मिलती थी उससे भी मुक्ति मिलेगी। रूपाणी ने कहा कि हम जिस कार्य का शिलान्यास करते हैं, उसका लोकार्पण भी हम ही करते हैं। पहले की सरकारें तो बस शिलान्यास का पत्थर रखकर अपने कर्त्तव्यों की इतिश्री मान लेती थी, यह पता ही नहीं होता था कि काम पूरा कब होगा।[ads1]

आज ऐसा नहीं है। हम जो कहते हैं, वह करते भी हैं और राज्य के बजट में पर्याप्त धन आवंटित कर निविदा जारी करने के बाद ही काम का शिलान्यास करते हैं। उन्होंने कहा कि 2020 का साल संघर्षमय रहने के बावजूद कोरोना महामारी में भी हमने गुजरात के विकास कार्यों की रफ्तार पर ब्रेक नहीं लगने दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दक्षता और दूरदर्शिता से इस महामारी का हमने डटकर मुकाबला किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना का रिकवरी रेट यानी मरीजों के ठीक होने की दर बढ़ी है और मृत्यु दर भी कम हुई है। पहले ‘जान है तो जहान है’ और फिर ‘जान भी, जहान भी’ मंत्र को भलीभांति अपनाकर गुजरात आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच महीने में 22 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास कर गुजरात के चहुंमूखी विकास को गति दी है।[ads2]

किसानों से मुखातिब मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि उपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी और ‘सात पगला खेड़ूत कल्याण ना’ यानी किसान कल्याण की दिशा में सात कदम योजना के जरिए जगत के तात को अनेक योजनाओं से लाभान्वित किया है जो किसानों की आय दोगुनी करने में मददगार साबित होगी। प्राकृतिक खेती में सहायता, किसान सम्मान निधि और फसल बीमा योजना जैसे प्रयासों के जरिए किसानों को सशक्त बनाने की राज्य सरकार की मंशा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि खेती समृद्ध बनेगी तो गांव समृद्ध होगा और गांव से शहर तथा राज्य भी समृद्ध बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब किसानों को मांगते ही बिजली कनेक्शन मिलेगा। राज्य में 11.50 लाख बिजली कनेक्शन प्रदान किए हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों से गुजरात को कच्छ में 30 हजार मेगावाट क्षमता का हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क, मांडवी में समुद्र के खारे पानी को मीठे पेयजल में परिवर्तित करने वाला डिसेलिनेशन प्लांट, गिरनार में रोप-वे और किसान सूर्योदय योजना और राजकोट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की सौगात मिली है। श्री रूपाणी ने कहा कि आगामी दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को पूरा करने के लिए गुजरात आगे बढ़ेगा। ऊर्जा मंत्री सौरभभाई पटेल ने कहा कि वर्तमान सरकार में ऊर्जा विभाग ने किसानों की चिंता करते हुए उनकी खेती-किसानी की लागत कम करने और आय को बढ़ाने के साथ ही किसानों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के बहुआयामी प्रयास किए हैं।[ads3]

अब वह दिन आ गए हैं जब किसानों के मांगते ही बिजली कनेक्शन मिल जाएगा। किसानों को 3.80 लाख नए बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। आज बायड में पहले के 5000 की तुलना में 15,000 कनेक्शन हैं। पटेल ने कहा कि एक बिजली कनेक्शन पर सरकार का 1.60 लाख रुपए खर्च होता है, लेकिन सरकार किसानों से केवल 10 हजार रुपए लेकर बिजली कनेक्शन प्रदान करती है और शेष डेढ़ लाख रुपए का खर्च स्वयं वहन करती है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रत्येक वस्तु का संग्रहण किया जा सकता है, लेकिन ऊर्जा का संग्रहण नहीं किया जा सकता। उन्होंने विश्वास जताया कि किसान सूर्योदय योजना ऐतिहासिक और किसानों के जीवन में बदलाव लाने वाली साबित होगी।[ads4]

अरवल्ली जिला प्रभारी और वन एवं आदिजाति राज्य मंत्री रमणभाई पाटकर ने कहा कि किसान सूर्योदय योजना के पहले चरण के तहत जिले के 104 गांवों के कुल 45 कृषि फीडरों के माध्यम से 12,114 किसानों को दिन के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाएगी। सूर्य ऊर्जा से उत्पन्न होने वाली बिजली का दिन के दौरान ही इस्तेमाल करने से किसानों को रातों को जागने, कड़ाके की सर्दी और मानसून के दिनों में पड़ने वाली तकलीफों से हमेशा के लिए मुक्ति मिल सकेगी। सांसद दीपसिंह राठोड़ ने राज्य सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी के शासन में विकास तीव्र और गतिशील बना है।

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