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विक्रम संवत या हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 30 अगस्त को पड़ेगी। वह दिन सोमवार या सोमवार होगा और कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार भी होगा। इसे भगवान विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। कृष्ण के जन्म को गोकुल अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, कृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेश के वर्तमान मथुरा में एक कालकोठरी में आधी रात को रानी देवकी और राजा वासुदेव के यहाँ हुआ था। कृष्ण अपने शरारती स्वभाव के लिए जाने जाते थे जिन्होंने दुनिया को बचाने और चालाक राजा कंस को मारने के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया, जो उनके चाचा भी थे।
सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय और चंद्रमा का समय:
30 अगस्त को सुबह 5:58 बजे सूर्य उदय होगा, जबकि सूर्यास्त शाम 6:45 बजे होगा। चंद्रोदय सुबह 11:35 बजे होगा, जबकि चंद्रमा दोपहर 12:58 बजे अस्त होगा।
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30 अगस्त के लिए तिथि, नक्षत्र और राशि विवरण:
अष्टमी तिथि 31 अगस्त को प्रातः 01:59 बजे तक रहेगी। कृतिका नक्षत्र सोमवार को प्रातः 06:39 बजे तक रहेगा, जिसके बाद रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ होगा। चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा, जबकि सूर्य सिंह राशि में रहेगा।
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30 अगस्त के लिए शुभ मुहूर्त:
अभिजीत मुहूर्त का समय सुबह 11:56 से दोपहर 12:47 बजे तक है, जबकि ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:28 बजे से 05:13 बजे तक रहेगा। गोधुली मुहूर्त शाम 06:32 बजे से शाम 06:56 बजे तक चलेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ मुहूर्त भी आज 31 अगस्त को प्रातः 06:39 से प्रातः 05:59 बजे तक रहेगा।
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30 अगस्त के लिए आशुभ मुहूर्त:
सोमवार को होने वाले अशुभ मुहूर्तों में राहु कलाम शामिल हैं, जो सुबह 07:34 से 09:10 बजे तक रहेंगे। गुलिकाई कलाम दोपहर 01:57 बजे से शुरू होकर 03:33 बजे तक चलेगा, जबकि यमगंडा मुहूर्त दोपहर 12:22 बजे शुरू होगा और दोपहर 01:58 बजे समाप्त होगा। वरज्यम मुहूर्त शाम 05:07 बजे से शाम 06:55 बजे तक चलेगा।
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