न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मेरठ
Published by: Dimple Sirohi
Updated Sat, 11 Sep 2021 10:36 AM IST
सार
मेरठ के कंकर खेड़ा निवासी मयंक विश्नोई जम्मू कश्मीर के शोपियां में दुश्मन की गोली लगने से शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर रविवार सुबह तक उनके आवास पर पहुंचेगा। जिसके बाद रविवार को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताया गया कि 27 अगस्त को घायल हुए थे, उनका उधमपुर में इलाज चल रहा था।
शहीद मेजर मयंक विश्नोई – फोटो : अमर उजाला
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जम्मू कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में घायल हुआ मेरठ का लाल शनिवार को शहीद हो गया। बताया गया कि मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी मेजर मयंक विश्नोई घाटी में दुश्मनों से लोहा लेते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद उनका उधमपुर के सैनिक अस्पताल में उपचार चल रहा था। शनिवार सुबह उन्होंने सैनिक अस्पताल में वीरगति प्राप्त की। रविवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पर पहुंचेगा, जहां सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार कंकरखेड़ा शिवलोकपुरी निवासी रिटायर्ड सूबेदार वीरेंद्र बिश्नोई के पुत्र मेजर मयंक विश्नोई ने जम्मू कश्मीर के शोपियां में शनिवार सुबह वीरगति को प्राप्त हुए। 27 अगस्त से उनका उधमपुर के सैनिक अस्पताल में इलाज चल रहा था।
मेजर विश्नोई आईएमए देहरादून से साल 2010 में पास आउट हुए थे। वहीं पूरे परिवार को मयंक की शहादत पर जहां एक ओर गर्व है। वहीं, बेटे की शहादत की खबर सुनकर उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
परिजनों ने बताया कि 27 अगस्त 2021 को शोपियां में दुश्मन से लोहा लेते हुए मयंक के सिर पर गोली लगी थी। गंभीर अवस्था में मयंक को उधमपुर मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। सूचना पर पिता वीरेंद्र विश्नोई, माता मधु बिश्नोई और पत्नी स्वाति विश्नोई उधमपुर पहुंच गए।
मेजर मयंक की मामी उषा विश्नोई और चचेरे भाई अंकुर गोयल ने बताया की शोपियां में सैनिक टुकड़ियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था, जिसमें मयंक के सिर पर गोली लगी थी। शहीद मेजर मयंक के पार्थिव शरीर को रविवार को मेरठ लाया जाएगा। परिवार और मोहल्ले के अन्य लोग भी सूचना मिलने पर परिवार को सांत्वना देने पहुंच गए।
मेजर बेटे की शहादत की खबर सुनकर क्षेत्र के गणमान्य लोग भी उनके आवास पर परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे हैं। वहीं मेजर मयंक के परिवार के सदस्य उधमपुर होने के कारण मुजफ्फरनगर से भी उनके रिश्तेदार उनके घर मेरठ पहुंचे हैं। शहीद मेजर मयंक विश्नोई के आवास पर पहुंचने वालों का तांता लगा हुआ है।
विस्तार
जम्मू कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में घायल हुआ मेरठ का लाल शनिवार को शहीद हो गया। बताया गया कि मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी मेजर मयंक विश्नोई घाटी में दुश्मनों से लोहा लेते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद उनका उधमपुर के सैनिक अस्पताल में उपचार चल रहा था। शनिवार सुबह उन्होंने सैनिक अस्पताल में वीरगति प्राप्त की। रविवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पर पहुंचेगा, जहां सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार कंकरखेड़ा शिवलोकपुरी निवासी रिटायर्ड सूबेदार वीरेंद्र बिश्नोई के पुत्र मेजर मयंक विश्नोई ने जम्मू कश्मीर के शोपियां में शनिवार सुबह वीरगति को प्राप्त हुए। 27 अगस्त से उनका उधमपुर के सैनिक अस्पताल में इलाज चल रहा था।
मेजर विश्नोई आईएमए देहरादून से साल 2010 में पास आउट हुए थे। वहीं पूरे परिवार को मयंक की शहादत पर जहां एक ओर गर्व है। वहीं, बेटे की शहादत की खबर सुनकर उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
परिजनों ने बताया कि 27 अगस्त 2021 को शोपियां में दुश्मन से लोहा लेते हुए मयंक के सिर पर गोली लगी थी। गंभीर अवस्था में मयंक को उधमपुर मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। सूचना पर पिता वीरेंद्र विश्नोई, माता मधु बिश्नोई और पत्नी स्वाति विश्नोई उधमपुर पहुंच गए।
मेजर मयंक की मामी उषा विश्नोई और चचेरे भाई अंकुर गोयल ने बताया की शोपियां में सैनिक टुकड़ियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था, जिसमें मयंक के सिर पर गोली लगी थी। शहीद मेजर मयंक के पार्थिव शरीर को रविवार को मेरठ लाया जाएगा। परिवार और मोहल्ले के अन्य लोग भी सूचना मिलने पर परिवार को सांत्वना देने पहुंच गए।
मेजर बेटे की शहादत की खबर सुनकर क्षेत्र के गणमान्य लोग भी उनके आवास पर परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे हैं। वहीं मेजर मयंक के परिवार के सदस्य उधमपुर होने के कारण मुजफ्फरनगर से भी उनके रिश्तेदार उनके घर मेरठ पहुंचे हैं। शहीद मेजर मयंक विश्नोई के आवास पर पहुंचने वालों का तांता लगा हुआ है।