अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Sat, 11 Sep 2021 08:26 PM IST
सार
मामला यह था कि शातिरों ने उत्तर माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (upsessb.org)से मिलती-जुलती वेबसाइट उत्तर प्रदेश स्कूल स्टॉफ सेलेक्शन बोर्ड (upsssb.org)के नाम से बनाया।
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शातिरों के कारनामे ने शनिवार को शिक्षा विभाग के अफसरों में खलबली मचा दी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर शातिरों ने शिक्षक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती का विज्ञापन निकाल दिया। मामले की जानकारी चयन बोर्ड और शिक्षा विभाग के अफसरों को हुई तो सन्न रह गए। आनन फानन में चयन बोर्ड के उपसचिव व परीक्षा नियंत्रक नवल किशोर ने मामले विज्ञप्ति जारी कर बताया कि चयन बोर्ड से मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर शातिरों ने फर्जीवाड़ा का प्रयास किया। इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मामला यह था कि शातिरों ने उत्तर माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (upsessb.org)से मिलती-जुलती वेबसाइट उत्तर प्रदेश स्कूल स्टॉफ सेलेक्शन बोर्ड (upsssb.org)के नाम से बनाया। इसके बाद स्कूल/कॉलेज टीचर्स, स्कूल/कॉलेज स्टॉफ, स्कूल/कॉलेज मैनेजमेंट तथा स्कूल/कॉलेज ग्रुप डी के 24178 पदों पर विज्ञापन निकालवा दिया। आवेदन करने की अंतिम तिथि 11 सितंबर से 10 अक्तूबर तक थी। दैनिक अखबार में निकले विज्ञापन के जरिए मामले की जानकारी शिक्षा विभाग के अफसरों और अभ्यर्थियों को हुई।
अखबार में अचानक विज्ञापन देखकर अभ्यर्थी सन्न रह गए,जिसके बारे में कोई सुगबुगाहट तक नहीं थी। तमाम प्रतियोगी चयन बोर्ड भर्ती की सत्यता की पड़ताल के लिए पहुंच गए। चयन बोर्ड के अफसर भी सन्न रह गए कि उनकी तरफ से तो फिलहाल अभी कोई विज्ञापन नहीं निकाला गया है। अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक डॉ. महेंद्र देव ने भी विज्ञप्ति जारी कर विज्ञापन के फर्जी होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग में उत्तर प्रदेश स्कूल स्टॉफ सेलेक्शन बोर्ड के नाम से कोई विभाग/ कार्यालय/ बोर्ड संचालित नहीं है। इस फर्जी बोर्ड की ओर से जारी किया गया विज्ञापन पूर्णतय: मिथ्या और भ्रामक है।
विस्तार
शातिरों के कारनामे ने शनिवार को शिक्षा विभाग के अफसरों में खलबली मचा दी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर शातिरों ने शिक्षक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती का विज्ञापन निकाल दिया। मामले की जानकारी चयन बोर्ड और शिक्षा विभाग के अफसरों को हुई तो सन्न रह गए। आनन फानन में चयन बोर्ड के उपसचिव व परीक्षा नियंत्रक नवल किशोर ने मामले विज्ञप्ति जारी कर बताया कि चयन बोर्ड से मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर शातिरों ने फर्जीवाड़ा का प्रयास किया। इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मामला यह था कि शातिरों ने उत्तर माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (upsessb.org)से मिलती-जुलती वेबसाइट उत्तर प्रदेश स्कूल स्टॉफ सेलेक्शन बोर्ड (upsssb.org)के नाम से बनाया। इसके बाद स्कूल/कॉलेज टीचर्स, स्कूल/कॉलेज स्टॉफ, स्कूल/कॉलेज मैनेजमेंट तथा स्कूल/कॉलेज ग्रुप डी के 24178 पदों पर विज्ञापन निकालवा दिया। आवेदन करने की अंतिम तिथि 11 सितंबर से 10 अक्तूबर तक थी। दैनिक अखबार में निकले विज्ञापन के जरिए मामले की जानकारी शिक्षा विभाग के अफसरों और अभ्यर्थियों को हुई।
अखबार में अचानक विज्ञापन देखकर अभ्यर्थी सन्न रह गए,जिसके बारे में कोई सुगबुगाहट तक नहीं थी। तमाम प्रतियोगी चयन बोर्ड भर्ती की सत्यता की पड़ताल के लिए पहुंच गए। चयन बोर्ड के अफसर भी सन्न रह गए कि उनकी तरफ से तो फिलहाल अभी कोई विज्ञापन नहीं निकाला गया है। अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक डॉ. महेंद्र देव ने भी विज्ञप्ति जारी कर विज्ञापन के फर्जी होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग में उत्तर प्रदेश स्कूल स्टॉफ सेलेक्शन बोर्ड के नाम से कोई विभाग/ कार्यालय/ बोर्ड संचालित नहीं है। इस फर्जी बोर्ड की ओर से जारी किया गया विज्ञापन पूर्णतय: मिथ्या और भ्रामक है।