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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मेरठ Published by: Dimple Sirohi Updated Sun, 12 Sep 2021 07:30 PM IST
वहीं शहीद के स्वागत की तैयारी में कंकरखेड़ा के व्यापारी, समाजसेवी और राजनैतिक दल के लोग सुबह से ही जुट गए थे। पुष्प और राष्ट्रीय ध्वज बाजारों में लगाए गए हैं। हिंडन एयर बेस से सड़क मार्ग द्वारा दोपहर बाद शहीद मेजर मयंक का पार्थिव शरीर मेरठ पहुंचा।
जैसे ही शहीद मेजर मयंक का पार्थिव शरीर कंकखेड़ा उनके आवास पर पहुंचा, परिवार में कोहराम मच गया। वहीं गली में लोगों की इस कदर भीड़ नजर आई कि पांव रखने की भी जगह नहीं बची। हर कोई शहीद के अंतिम दर्शन के लिए बेताब दिखा। यहां से शहीद की अंतिम यात्रा सूरजकुंड के लिए रवाना हुई। इस दौरान लोग हाथ फूल लेकर अपने घरों की छतों पर खड़े रहे। घरों के गेट पर खड़ी महिलाओं ने फूल बरसाकर शहीद को श्रद्धांजलि दी।
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