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दर्दे आये सामने नितिन पटेल

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गांधीनगर, गुजरात के राजकीय हलचल में नितिन पटेल भी कई वर्ष से विजय रूपानी के विरोधी यों में से एक होने के बावजूद भी  हमें साथ में खड़े रहे लेकिन जब अचानक मुख्यमंत्री पद से विजय रूपानी नेइस्तीफा दे दिया तो नितिन पटेल मुख्यमंत्री पद की आशा फिर जाग उठी लेकिन इस आशा पर भी नई  चहेरे की तलाश में उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल फिर हुए निराश जिसके बाद नई नामों की घोषणा होते ही नाराज होकर निकले उप मुख्यमंत्री का दर्द आया सामने.

 2014 जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद नितिन पटेल का नाम चर्चा में आया। उन्होंने उस समय मीडिया से कहा, “मैं मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हूं।” हालांकि, उस समय नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्री आनंदीबेन पटेल का नाम सामने रखा, लेकिन अमित शाह ने खुद उनके नाम से सहमति जताई और नितिन पटेल का पता काट दिया गया।

दूसरी बार आनंदीबहन पटेल ने इस्तीफा दिया, वह फिर से तस्वीर में थीं। उस वक्त भी उनके करीबी सूत्रों ने बताया था कि गुजरात के नए मुख्यमंत्री नितिन पटेल हैं और हम इसकी तैयारी कर रहे हैं. हालांकि दूसरी बार अमित शाह की पसंद विजय रूपाणी थे, लेकिन नितिन पटेल की नाराजगी के चलते आखिरकार उन्हें उपमुख्यमंत्री का पद दिया गया. हालांकि, उन्होंने इस पद को स्वीकार नहीं किया क्योंकि उन्होंने उस समय वित्त जैसा महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया था।

गुजरात के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान के बाद नितिन पटेल की नाराजगी सामने आई है। भूपेन्द्र पटेल के नाम की घोषणा के बाद नितिन पटेल गुजरात प्रदेश भाजपा मुख्यालय से सीधे मेहसाणा के लिए रवाना हो गए। भाजपा दफ्तर से रवाना होने से पहले जब नितिन पटेल से नए मुख्यमंत्री के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने नए मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दीं। एक सवाल के जवाब में नितिन पटेल ने कहा कि जो मुख्यमंत्री होता है उसी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाना स्वाभाविक है। हांलाकि नितिन पटेल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के लिए प्रदेश भाजपा मुख्यालय से सीधे मेहसाणा रवाना हुए हैं। लेकिन नितिन पटेल के हावभाव से उनकी नाराजगी स्पष्ट झलक रही थी।  बता दें कि विजय रूपाणी के इस्तीफे के बाद यह तय था कि किसी पाटीदार को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री की रेस में नितिन पटेल का नाम सबसे आगे था। नितिन पटेल के अलावा मनसुख मांडविया, पुरुषोत्तम रूपाला, गोरधन झडफिया, आरसी फलदु और केन्द्रशासित प्रदेश दमन दीव के प्रशासक प्रफुल पटेल का नाम चर्चा में था। लेकिन जिसके नाम पर दूर दूर तक कोई चर्चा नहीं थी, उस नाम के ऐलान ने सभी चौंका दिया। पहली बार 2017 में विधानसभा चुनाव जीतने वाले भूपेन्द्र पटेल पर मुहर लगाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिर एक बार सरप्राइजिंग एलिमेंट बरकरार रखा है।

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