भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय ने ट्वीट कर कहा है कि अरविंद केजरीवाल को बताना चाहिए कि काशी और मथुरा पर उनकी राय क्या है। वे हिंदुओं के इन धार्मिक स्थलों पर विश्वविद्यालय बनवाने के पक्ष में हैं, या भव्य मंदिर बनवाने के पक्ष में?
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने अयोध्या में संतों से मुलाकात की। – फोटो : amar ujala
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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को अयोध्या में भगवान रामलला के दर्शन किए। उन्होंने ‘राम राज्य’ को ही शासन का सर्वोत्तम आदर्श बताया और कहा कि भगवान राम की कृपा से ही वे दिल्ली में जनता के लिए बेहतर शासन दे पा रहे हैं। आम आदमी पार्टी नेताओं के अचानक ‘राममय’ होने पर भाजपा ने चुटकी ली है। पार्टी ने कहा है कि जो लोग अयोध्या में भगवान राम के जन्मस्थान पर सवाल खड़ा किया करते थे, राम जन्म स्थान पर उनका मंदिर बनाने की बजाय अस्पताल-विद्यालय बनाने की सलाह दिया करते थे, उन्हें उत्तर प्रदेश में भगवान राम की याद आ रही है। पार्टी ने कहा है कि इससे आम आदमी पार्टी का दोहरा चरित्र जनता के सामने आ गया है।
दिल्ली भाजपा नेता हरीश खुराना ने अमर उजाला से कहा कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया बार-बार यह कहते थे कि उनकी पार्टी शिक्षा और स्वास्थ्य की राजनीति करती है। वे भाजपा नेताओं पर आरोप लगाते थे कि उनके नेता पूरे देश में धर्म की राजनीति करते हैं, लेकिन दिल्ली आकर उन्हें शिक्षा-स्वास्थ्य की बात करनी पड़ती है क्योंकि यहां केवल शिक्षा-स्वास्थ्य ही चलेगा। खुराना ने कहा कि उसी आम आदमी पार्टी को आज उत्तर प्रदेश में भगवान राम के दरबार में दर्शन करते और भजन-किर्तन करते हुए देखा जा रहा है। यह आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का दोहरा चरित्र है।
भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय ने ट्वीट कर कहा है कि अरविंद केजरीवाल को बताना चाहिए कि काशी और मथुरा पर उनकी राय क्या है। वे हिंदुओं के इन धार्मिक स्थलों पर विश्वविद्यालय बनवाने के पक्ष में हैं, या भव्य मंदिर बनवाने के पक्ष में? काशी और मथुरा के दोनों ही हिंदू धर्मस्थलों के पास कुछ भूमि विवादित है और उस पर हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्ष अपना दावा करते आ रहे हैं।
मामला केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है। आम आदमी पार्टी के नेता कर्नल (रि.) अजय कोठियाल उत्तराखंड में पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। वे अपनी जनसभाओं में लगातार चारधाम यात्रा को अनुमति देने की मांग कर रहे हैं (जिसे सरकार ने कोविड सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बंद रखने का आदेश दिया है)। वे कह रहे हैं कि चार धाम यात्रा हिंदुओं का मूल धार्मिक अधिकार है। उन्हें किसी भी तरह इस अधिकार से वंचित नहीं रखा जाना चाहिए।
माना जा रहा है कि देवस्थानम बोर्ड के गठन से राज्य के हिंदू साधु-सन्यासी उत्तराखंड सरकार से नाराज हैं। कोठियाल देवस्थानम बोर्ड को भी तत्काल भंग कर उत्तराखंड के मंदिरों को सरकारी प्रभाव से मुक्त करने की मांग भी कर रहे हैं। आप नेता की इस राजनीति को भी धर्म से जोड़कर देखा जा रहा है।
‘राम हमारे लिए राजनीति का मुद्दा नहीं’
उत्तराखंड भाजपा नेता नेहा जोशी ने कहा कि उनकी पार्टी के लिए राम चुनावी मुद्दा नहीं हैं। वे हमारे आदर्श हैं और राष्ट्रवाद भाजपा के हर कार्यकर्ता के खून में बहता है। यही कारण है कि भाजपा की हर सोच, हर कार्यक्रम में राष्ट्रवाद दिखाई पड़ता है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को यह पता है कि भाजपा के कारण अब पूरे देश में राष्ट्रवाद की राजनीति का समय आ गया है, इसीलिए अयोध्या में राममंदिर की जगह अस्पताल बनवाने की सलाह देने वाले आम आदमी पार्टी नेता अब राष्ट्रवाद और हिंदुत्व का राग अलापते देखे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को पता है कि यहां की जनता धर्मपरायण है। यही कारण है कि आम आदमी पार्टी को यहां अपना सेकुलर चोला उतारना पड़ा है और हिंदुओं की बात करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को इस बात का जवाब देना चाहिए कि वह दिल्ली में मौलानाओं को प्रति माह वेतन क्यों देती है और इससे हिंदू मंदिरों के पुजारियों को वंचित क्यों रखा है?
नेहा जोशी ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में अमानतु्ल्लाह खान और दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को बचाती है और उसके नेता इन्हीं दंगों में जलाकर मारे गए दिलबर नेगी के घर आज तक नहीं गए। उत्तराखंड की जनता इस सच को जानती है और यहां उनकी राजनीति सफल नहीं होगी।
शिक्षा-स्वास्थ्य ही हमारी प्राथमिकता
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल की राजनीति में जनता का हित ही सर्वोपरि है। आम आदमी पार्टी केवल शिक्षा-स्वास्थ्य और रोजगार की ही राजनीति करती है। दिल्ली की राजनीति इस बात का प्रमाण है कि आम आदमी पार्टी लोगों के शिक्षा-स्वास्थ्य को ही सबसे ऊपर रखती है और दिल्ली सरकार अपने राज्य के हर नागरिक का ध्यान रखती है। इसमें वह धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करती। उन्होंने कहा कि भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति का पर्दाफाश हो गया है।
मंगलवार को अयोध्या में तिरंगा यात्रा निकालते हुए आप सांसद ने कहा कि वे पूरे उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर यह यात्रा निकाल रहे हैं। इस तिरंगे के नीचे सभी भारतीय होते हैं। इसके नीचे किसी की कोई अलग धार्मिक पहचान नहीं होती, यहां सभी केवल भारतीय होते हैं और आम आदमी पार्टी सबके हितों को पूरा करने वाली राजनीति करती है। यह इस बात का भी प्रमाण है कि आम आदमी पार्टी किसी धर्म-जाति विशेष की राजनीति नहीं करती।
विस्तार
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को अयोध्या में भगवान रामलला के दर्शन किए। उन्होंने ‘राम राज्य’ को ही शासन का सर्वोत्तम आदर्श बताया और कहा कि भगवान राम की कृपा से ही वे दिल्ली में जनता के लिए बेहतर शासन दे पा रहे हैं। आम आदमी पार्टी नेताओं के अचानक ‘राममय’ होने पर भाजपा ने चुटकी ली है। पार्टी ने कहा है कि जो लोग अयोध्या में भगवान राम के जन्मस्थान पर सवाल खड़ा किया करते थे, राम जन्म स्थान पर उनका मंदिर बनाने की बजाय अस्पताल-विद्यालय बनाने की सलाह दिया करते थे, उन्हें उत्तर प्रदेश में भगवान राम की याद आ रही है। पार्टी ने कहा है कि इससे आम आदमी पार्टी का दोहरा चरित्र जनता के सामने आ गया है।
दिल्ली भाजपा नेता हरीश खुराना ने अमर उजाला से कहा कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया बार-बार यह कहते थे कि उनकी पार्टी शिक्षा और स्वास्थ्य की राजनीति करती है। वे भाजपा नेताओं पर आरोप लगाते थे कि उनके नेता पूरे देश में धर्म की राजनीति करते हैं, लेकिन दिल्ली आकर उन्हें शिक्षा-स्वास्थ्य की बात करनी पड़ती है क्योंकि यहां केवल शिक्षा-स्वास्थ्य ही चलेगा। खुराना ने कहा कि उसी आम आदमी पार्टी को आज उत्तर प्रदेश में भगवान राम के दरबार में दर्शन करते और भजन-किर्तन करते हुए देखा जा रहा है। यह आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का दोहरा चरित्र है।
भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय ने ट्वीट कर कहा है कि अरविंद केजरीवाल को बताना चाहिए कि काशी और मथुरा पर उनकी राय क्या है। वे हिंदुओं के इन धार्मिक स्थलों पर विश्वविद्यालय बनवाने के पक्ष में हैं, या भव्य मंदिर बनवाने के पक्ष में? काशी और मथुरा के दोनों ही हिंदू धर्मस्थलों के पास कुछ भूमि विवादित है और उस पर हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्ष अपना दावा करते आ रहे हैं।
मामला केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है। आम आदमी पार्टी के नेता कर्नल (रि.) अजय कोठियाल उत्तराखंड में पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। वे अपनी जनसभाओं में लगातार चारधाम यात्रा को अनुमति देने की मांग कर रहे हैं (जिसे सरकार ने कोविड सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बंद रखने का आदेश दिया है)। वे कह रहे हैं कि चार धाम यात्रा हिंदुओं का मूल धार्मिक अधिकार है। उन्हें किसी भी तरह इस अधिकार से वंचित नहीं रखा जाना चाहिए।
माना जा रहा है कि देवस्थानम बोर्ड के गठन से राज्य के हिंदू साधु-सन्यासी उत्तराखंड सरकार से नाराज हैं। कोठियाल देवस्थानम बोर्ड को भी तत्काल भंग कर उत्तराखंड के मंदिरों को सरकारी प्रभाव से मुक्त करने की मांग भी कर रहे हैं। आप नेता की इस राजनीति को भी धर्म से जोड़कर देखा जा रहा है।
‘राम हमारे लिए राजनीति का मुद्दा नहीं’
उत्तराखंड भाजपा नेता नेहा जोशी ने कहा कि उनकी पार्टी के लिए राम चुनावी मुद्दा नहीं हैं। वे हमारे आदर्श हैं और राष्ट्रवाद भाजपा के हर कार्यकर्ता के खून में बहता है। यही कारण है कि भाजपा की हर सोच, हर कार्यक्रम में राष्ट्रवाद दिखाई पड़ता है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को यह पता है कि भाजपा के कारण अब पूरे देश में राष्ट्रवाद की राजनीति का समय आ गया है, इसीलिए अयोध्या में राममंदिर की जगह अस्पताल बनवाने की सलाह देने वाले आम आदमी पार्टी नेता अब राष्ट्रवाद और हिंदुत्व का राग अलापते देखे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को पता है कि यहां की जनता धर्मपरायण है। यही कारण है कि आम आदमी पार्टी को यहां अपना सेकुलर चोला उतारना पड़ा है और हिंदुओं की बात करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को इस बात का जवाब देना चाहिए कि वह दिल्ली में मौलानाओं को प्रति माह वेतन क्यों देती है और इससे हिंदू मंदिरों के पुजारियों को वंचित क्यों रखा है?
नेहा जोशी ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में अमानतु्ल्लाह खान और दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को बचाती है और उसके नेता इन्हीं दंगों में जलाकर मारे गए दिलबर नेगी के घर आज तक नहीं गए। उत्तराखंड की जनता इस सच को जानती है और यहां उनकी राजनीति सफल नहीं होगी।
शिक्षा-स्वास्थ्य ही हमारी प्राथमिकता
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल की राजनीति में जनता का हित ही सर्वोपरि है। आम आदमी पार्टी केवल शिक्षा-स्वास्थ्य और रोजगार की ही राजनीति करती है। दिल्ली की राजनीति इस बात का प्रमाण है कि आम आदमी पार्टी लोगों के शिक्षा-स्वास्थ्य को ही सबसे ऊपर रखती है और दिल्ली सरकार अपने राज्य के हर नागरिक का ध्यान रखती है। इसमें वह धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करती। उन्होंने कहा कि भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति का पर्दाफाश हो गया है।
मंगलवार को अयोध्या में तिरंगा यात्रा निकालते हुए आप सांसद ने कहा कि वे पूरे उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर यह यात्रा निकाल रहे हैं। इस तिरंगे के नीचे सभी भारतीय होते हैं। इसके नीचे किसी की कोई अलग धार्मिक पहचान नहीं होती, यहां सभी केवल भारतीय होते हैं और आम आदमी पार्टी सबके हितों को पूरा करने वाली राजनीति करती है। यह इस बात का भी प्रमाण है कि आम आदमी पार्टी किसी धर्म-जाति विशेष की राजनीति नहीं करती।