आम आदमी पार्टी की सारी उम्मीदें अपने दिल्ली मॉडल से हैं। पार्टी के एक नेता के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के हर गांव में लगभग हर दूसरे-तीसरे घर का एक व्यक्ति रोजगार, शिक्षा या स्वास्थ्य कारणों से कभी न कभी दिल्ली आता रहा है, उसने दिल्ली में देखा है कि किस प्रकार यहां हर घर को मुफ्त बिजली मिल रही है। किस प्रकार लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है…
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उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि दिल्ली सरकार भगवान राम के आदर्शों पर चल रही है। अरविंद केजरीवाल सरकार सही मायने में दिल्ली में रामराज्य की परिकल्पना लागू कर रही है, जहां सरकार समाज के हर वर्ग के अंतिम व्यक्ति तक की चिंता कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि आम आदमी पार्टी सत्ता में आती है, तो उत्तर प्रदेश के लोगों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त कर दी जाएगी। पार्टी ने 24 घंटे निर्बाध रूप से बिजली उपलब्ध कराने का वादा किया है। वे इसके पहले दिल्ली में यह काम करके दिखा चुके हैं, अब यही कार्य उत्तर प्रदेश में करना है, जिससे प्रदेश के सभी लोगों को इसका लाभ मिल सके।
माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी ने 300 यूनिट बिजली फ्री देने की घोषणा कर चुनाव के समीकरण बदल दिए हैं। अब तक यूपी में भाजपा को मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल है। माना जा रहा था कि विपक्षी दलों के कमजोर प्रतिरोध के कारण यहां योगी आदित्यनाथ की सरकार फिर से सत्ता में आसानी से आ जाएगी, लेकिन आम आदमी पार्टी की इस घोषणा के बाद समाज में इस पर जो प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है, उससे भाजपा के भी कान खड़े हो गए हैं।
क्यों बदलेंगे समीकरण
दरअसल, आम आदमी पार्टी की सारी उम्मीदें अपने दिल्ली मॉडल से हैं। पार्टी के एक नेता के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के हर गांव में लगभग हर दूसरे-तीसरे घर का एक व्यक्ति रोजगार, शिक्षा या स्वास्थ्य कारणों से कभी न कभी दिल्ली आता रहा है, उसने दिल्ली में आम आदमी पार्टी की योजनाओं को करीब से महसूस किया है और देखा है कि किस प्रकार यहां हर घर को मुफ्त बिजली मिल रही है। किस प्रकार लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है और किस प्रकार सरकारी कार्यालयों में बिना भ्रष्टाचार लोगों के काम हो रहे हैं।
कोरोना काल के दौरान जब अनेक प्रदेशों की सरकारें अपने प्रवासी श्रमिकों को अपनाने तक से इनकार कर रही थीं, उस समय आम आदमी पार्टी ने आगे बढ़कर मजदूरों का साथ दिया। सरकार ने हर श्रमिक के खाते में पांच हजार रुपये देकर उसे तत्काल मदद उपलब्ध कराई।
नेता के मुताबिक, यही श्रमिक अपने राज्यों की सरकारों के कामकाज से दिल्ली सरकार के काम की तुलना कर देख रहा है कि आम आदमी पार्टी उन्हें किस प्रकार का शासन दे रही है। आम आदमी को उम्मीद है कि अगर उत्तर प्रदेश में भी आम आदमी पार्टी की सरकार आ जाती है, और यहां भी लोगों के लिए सरकार दिल्ली की तरह ही काम करने लगी, तो इससे उन्हें रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। नेता के मुताबिक श्रमिकों और गरीब लोगों के बीच पार्टी की यह छवि ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है और इसी के बल पर वे बड़ा बदलाव होते हुए देख रहे हैं।
गुजरात की तरह दिल्ली में भी बदलाव
पार्टी नेता के मुताबिक, आम आदमी पार्टी को गुजरात में जो सफलता मिली है, उसके पीछे भी श्रमिकों के बीच पार्टी की इसी छवि ने काम किया है। गुजरात की सरकार श्रमिकों की जिम्मेदारी उठाने से बच रही थी, लेकिन उसी बीच लोगों ने देखा कि दिल्ली सरकार अपने श्रमिकों को न केवल तैयार भोजन उपलब्ध करा रही थी, बल्कि पूरे परिवार के लिए राशन दिया जा रहा था। योजना का लाभ उन गरीब लोगों तक को मिल रहा था, जिनके पास कागज नाम की कोई चीज नहीं थी। आप नेता ने कहा कि श्रमिकों के बीच यही सोच गुजरात में बदलाव का कारण बन रही है और अब वही श्रमिक उत्तर प्रदेश में बदलाव का कारण बनेंगे।
इसके एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने पार्टी के 100 संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी। उन्होंने कहा था कि इन नेताओं को एक-एक विधानसभा में बेहतर प्रदर्शन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसका काम बेहतर पाया जाएगा, उसे उस विधानसभा क्षेत्र से आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिया जाएगा। टिकट वितरण में पार्टी ने बाह्मण, ठाकुर, दलित और मुस्लिम समाज को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया है।
पार्टी की उम्मीद है कि पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उसे विशेष सफलता मिल सकती है। इसका सबसे बड़ा कारण इस क्षेत्र के निवासियों के बीच आम आदमी पार्टी की विशेष लोकप्रियता है। विशेषकर दिल्ली से जुड़े उत्तर प्रदेश के मतदाताओं ने राजधानी में रोजगार के लिए रहकर आम आदमी पार्टी की योजनाओं का लाभ उठाया है।
विस्तार
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि दिल्ली सरकार भगवान राम के आदर्शों पर चल रही है। अरविंद केजरीवाल सरकार सही मायने में दिल्ली में रामराज्य की परिकल्पना लागू कर रही है, जहां सरकार समाज के हर वर्ग के अंतिम व्यक्ति तक की चिंता कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि आम आदमी पार्टी सत्ता में आती है, तो उत्तर प्रदेश के लोगों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त कर दी जाएगी। पार्टी ने 24 घंटे निर्बाध रूप से बिजली उपलब्ध कराने का वादा किया है। वे इसके पहले दिल्ली में यह काम करके दिखा चुके हैं, अब यही कार्य उत्तर प्रदेश में करना है, जिससे प्रदेश के सभी लोगों को इसका लाभ मिल सके।
माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी ने 300 यूनिट बिजली फ्री देने की घोषणा कर चुनाव के समीकरण बदल दिए हैं। अब तक यूपी में भाजपा को मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल है। माना जा रहा था कि विपक्षी दलों के कमजोर प्रतिरोध के कारण यहां योगी आदित्यनाथ की सरकार फिर से सत्ता में आसानी से आ जाएगी, लेकिन आम आदमी पार्टी की इस घोषणा के बाद समाज में इस पर जो प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है, उससे भाजपा के भी कान खड़े हो गए हैं।
क्यों बदलेंगे समीकरण
दरअसल, आम आदमी पार्टी की सारी उम्मीदें अपने दिल्ली मॉडल से हैं। पार्टी के एक नेता के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के हर गांव में लगभग हर दूसरे-तीसरे घर का एक व्यक्ति रोजगार, शिक्षा या स्वास्थ्य कारणों से कभी न कभी दिल्ली आता रहा है, उसने दिल्ली में आम आदमी पार्टी की योजनाओं को करीब से महसूस किया है और देखा है कि किस प्रकार यहां हर घर को मुफ्त बिजली मिल रही है। किस प्रकार लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है और किस प्रकार सरकारी कार्यालयों में बिना भ्रष्टाचार लोगों के काम हो रहे हैं।
कोरोना काल के दौरान जब अनेक प्रदेशों की सरकारें अपने प्रवासी श्रमिकों को अपनाने तक से इनकार कर रही थीं, उस समय आम आदमी पार्टी ने आगे बढ़कर मजदूरों का साथ दिया। सरकार ने हर श्रमिक के खाते में पांच हजार रुपये देकर उसे तत्काल मदद उपलब्ध कराई।
नेता के मुताबिक, यही श्रमिक अपने राज्यों की सरकारों के कामकाज से दिल्ली सरकार के काम की तुलना कर देख रहा है कि आम आदमी पार्टी उन्हें किस प्रकार का शासन दे रही है। आम आदमी को उम्मीद है कि अगर उत्तर प्रदेश में भी आम आदमी पार्टी की सरकार आ जाती है, और यहां भी लोगों के लिए सरकार दिल्ली की तरह ही काम करने लगी, तो इससे उन्हें रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। नेता के मुताबिक श्रमिकों और गरीब लोगों के बीच पार्टी की यह छवि ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है और इसी के बल पर वे बड़ा बदलाव होते हुए देख रहे हैं।
गुजरात की तरह दिल्ली में भी बदलाव
पार्टी नेता के मुताबिक, आम आदमी पार्टी को गुजरात में जो सफलता मिली है, उसके पीछे भी श्रमिकों के बीच पार्टी की इसी छवि ने काम किया है। गुजरात की सरकार श्रमिकों की जिम्मेदारी उठाने से बच रही थी, लेकिन उसी बीच लोगों ने देखा कि दिल्ली सरकार अपने श्रमिकों को न केवल तैयार भोजन उपलब्ध करा रही थी, बल्कि पूरे परिवार के लिए राशन दिया जा रहा था। योजना का लाभ उन गरीब लोगों तक को मिल रहा था, जिनके पास कागज नाम की कोई चीज नहीं थी। आप नेता ने कहा कि श्रमिकों के बीच यही सोच गुजरात में बदलाव का कारण बन रही है और अब वही श्रमिक उत्तर प्रदेश में बदलाव का कारण बनेंगे।
इसके एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने पार्टी के 100 संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी। उन्होंने कहा था कि इन नेताओं को एक-एक विधानसभा में बेहतर प्रदर्शन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसका काम बेहतर पाया जाएगा, उसे उस विधानसभा क्षेत्र से आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिया जाएगा। टिकट वितरण में पार्टी ने बाह्मण, ठाकुर, दलित और मुस्लिम समाज को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया है।
पार्टी की उम्मीद है कि पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उसे विशेष सफलता मिल सकती है। इसका सबसे बड़ा कारण इस क्षेत्र के निवासियों के बीच आम आदमी पार्टी की विशेष लोकप्रियता है। विशेषकर दिल्ली से जुड़े उत्तर प्रदेश के मतदाताओं ने राजधानी में रोजगार के लिए रहकर आम आदमी पार्टी की योजनाओं का लाभ उठाया है।