अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: Abhishek Saxena
Updated Wed, 27 Oct 2021 11:33 AM IST
सार
थाना जगदीशपुरा के मालखाना में 25 लाख रुपये की चोरी हुई थी। इस मामले में पुलिस ने सफाई कर्मी अरुण नरवार को पकड़ा था। पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई थी। घटना के बाद विभिन्न संगठनों ने आक्रोश व्यक्त किया था। पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया गया। थाना जगदीशपुरा में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
आगरा: अरुण मामले में कागजों की पड़ताल करती कासगंज पुलिस – फोटो : अमर उजाला
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आगरा पुलिस हिरासत में सफाई कर्मी अरुण नरवार की मौत के मामले में कासगंज पुलिस की टीम ने केस की पत्रावली का अवलोकन शुरू कर दिया है। परिजनों से प्राथमिक पूछताछ हो चुकी है। परिजनों ने पूछताछ में अवधपुरी चौकी पर ले जाकर जगदीशपुरा पुलिस के पूछताछ करने की बात कही है। इस पर पुलिस अब अवधपुरी चौकी भी जा सकती है।
पुल छिंगामोदी निवासी अरुण नरवार की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। उसे पुलिस ने थाना जगदीशपुरा के मालखाना से 25 लाख रुपये की चोरी के मामले में हिरासत में लिया था। उसकी मौत के बाद भाई ने मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस कर्मियों पर पिटाई का आरोप लगाया गया। केस की विवेचना कासगंज के ढोलना थाना के प्रभारी निरीक्षक ओपी सिंह को दिए गए हैं। वह सोमवार को एक एसआई और तीन सिपाही के साथ आगरा आए थे। उन्होंने केस की पत्रावली ले लीं। इसके बाद पीड़ित परिवार से मिले थे।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि उन्हें पुलिस ने पकड़ा था। इसके बाद चौकी अवधपुरी पर लेकर गए थे। अरुण को भी वहां लेकर आए थे। पिटाई का भी आरोप लगाया। पुलिस टीम पूछताछ के बाद कासगंज चली गई। पुलिस टीम फिर आगरा आएगी। इस बार टीम अवधपुरी चौकी जा सकती है। केस के विवेचक ओपी सिंह ने बताया कि केस से संबंधित सभी तथ्यों पर विवेचना की जा रही है। साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। मृतक अरुण नरवार के परिजन ही नहीं पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जाएगी। परिवार को कहां रखा गया? इसके बारे में भी पता किया जाएगा।
इन सवालों के जवाब चाहिए – अरुण को हिरासत में लेने से पहले कितने परिजनों से थाने ले जाकर पूछताछ हुई? – थाने के बाद परिवार के लोगों को कहां पर रखा गया? क्या महिलाओं से भी पूछताछ हुई? – अरुण को कहां से और कब पकड़ा गया? उसे सबसे पहले पुलिस कहां पर लेकर गई? – पुलिस ने उससे 15 लाख रुपये बरामद होना दिखाया? यह रकम कहां से बरामद की गई? – जब अरुण की मौत हुई, तब उनके घरवाले कहां पर थे? क्या वो साथ में अस्पताल गए थे? – जगदीशपुरा पुलिस ने परिवार के लोगों को मौत की जानकारी कब दी थी? अहोई अष्टमी 2021: आस्था की अलौलिक आभा से जगमग हुआ राधाकुंड, स्नान करने से मिलता है संतान प्राप्ति का आशीर्वाद
विस्तार
आगरा पुलिस हिरासत में सफाई कर्मी अरुण नरवार की मौत के मामले में कासगंज पुलिस की टीम ने केस की पत्रावली का अवलोकन शुरू कर दिया है। परिजनों से प्राथमिक पूछताछ हो चुकी है। परिजनों ने पूछताछ में अवधपुरी चौकी पर ले जाकर जगदीशपुरा पुलिस के पूछताछ करने की बात कही है। इस पर पुलिस अब अवधपुरी चौकी भी जा सकती है।
पुल छिंगामोदी निवासी अरुण नरवार की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। उसे पुलिस ने थाना जगदीशपुरा के मालखाना से 25 लाख रुपये की चोरी के मामले में हिरासत में लिया था। उसकी मौत के बाद भाई ने मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस कर्मियों पर पिटाई का आरोप लगाया गया। केस की विवेचना कासगंज के ढोलना थाना के प्रभारी निरीक्षक ओपी सिंह को दिए गए हैं। वह सोमवार को एक एसआई और तीन सिपाही के साथ आगरा आए थे। उन्होंने केस की पत्रावली ले लीं। इसके बाद पीड़ित परिवार से मिले थे।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि उन्हें पुलिस ने पकड़ा था। इसके बाद चौकी अवधपुरी पर लेकर गए थे। अरुण को भी वहां लेकर आए थे। पिटाई का भी आरोप लगाया। पुलिस टीम पूछताछ के बाद कासगंज चली गई। पुलिस टीम फिर आगरा आएगी। इस बार टीम अवधपुरी चौकी जा सकती है। केस के विवेचक ओपी सिंह ने बताया कि केस से संबंधित सभी तथ्यों पर विवेचना की जा रही है। साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। मृतक अरुण नरवार के परिजन ही नहीं पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जाएगी। परिवार को कहां रखा गया? इसके बारे में भी पता किया जाएगा।
इन सवालों के जवाब चाहिए
– अरुण को हिरासत में लेने से पहले कितने परिजनों से थाने ले जाकर पूछताछ हुई?
– थाने के बाद परिवार के लोगों को कहां पर रखा गया? क्या महिलाओं से भी पूछताछ हुई?
– अरुण को कहां से और कब पकड़ा गया? उसे सबसे पहले पुलिस कहां पर लेकर गई?
– पुलिस ने उससे 15 लाख रुपये बरामद होना दिखाया? यह रकम कहां से बरामद की गई?
– जब अरुण की मौत हुई, तब उनके घरवाले कहां पर थे? क्या वो साथ में अस्पताल गए थे?
– जगदीशपुरा पुलिस ने परिवार के लोगों को मौत की जानकारी कब दी थी?