अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: Abhishek Saxena
Updated Thu, 28 Oct 2021 11:26 AM IST
सार
आगरा में कोरोना संक्रमण के मामले थमने के बाद डेंगू और वायरल बुखार से पीड़ितों की संख्या में इजाफा हुआ है। पिनाहट कस्बा में पिछले एक महीने में करीब 35 से अधिक लोगों की मौत बुखार से हुई है। इनमें बच्चों की संख्या सबसे अधिक है।
आगरा: जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती मरीज – फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
आगरा में डेंगू और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। गुरुवार तक ये आंकड़ा 518 पार कर गया। इससे पहले बुधवार को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती 36 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इसमें आगरा के 29 मरीज शामिल हैं। एटा के चार, इटावा, हाथरस और फिरोजाबाद के एक-एक मरीज में डेंगू मिला। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू के 29 नए मरीज मिलने से आगरा में कुल डेंगू के मरीजों की संख्या 518 हो गई है। इनमें से 278 मरीज ठीक हो गए हैं, तीन की मौत हो चुकी है। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि डेंगू वार्ड में अभी 25 मरीजों का इलाज चल रहा है। सात बच्चों समेत 12 मरीज ठीक हो गए हैं। पांच बच्चों समेत 10 नए मरीज भर्ती किए हैं।
बुखार से दो बच्चों समेत तीन की मौत बुखार से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। पिनाहट के गांव जगतूपुरा में बुखार से छह साल के आर्यन पुत्र वीरेंद्र सिंह, मोहल्ला बावन टूला निवासी कमल किशोर की पांच महीने की बेटी सृष्टि की मौत हो गई। जैतपुर के पुरा गुमान सिंह की महिला रीनू (25) की भी बुखार ने जान ले ली। पिनाहट में बढ़ा खतरा परिजनों ने बताया कि आर्यन को तीन दिन से बुखार आ रहा था। धौलपुर में एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे थे। मंगलवार की रात उसकी मौत हो गई। मोहल्ला बाबन टूला निवासी कमल किशोर की सृष्टि को 10 दिनों से बुखार आ रहा था। बाह के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। मंगलवार की रात उसकी भी मौत हो गई। बच्चों की गईं अधिक जानें जैतपुर के पुरा गुमान सिंह गांव में बुधवार सुबह रीनू (25) पत्नी धीरज वाल्मीकि की बुखार से जान चली गई। परिजनों के मुताबिक चार दिन पहले रीनू को बुखार आया था। निजी चिकित्सक के यहां से उसका इलाज कराया जा रहा था। हालत बिगड़ने पर मंगलवार को परिजन उसे सीएचसी लेकर पहुुंचे, जहां से एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया था। लेकिन परिजन उसे घर लेकर आ गए, बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई। गुमान सिंह पुरा गांव में अब तक चार बच्चों समेत सात लोगों की बुखार से जान जा चुकी है।
आगरा में डेंगू और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। गुरुवार तक ये आंकड़ा 518 पार कर गया। इससे पहले बुधवार को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती 36 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इसमें आगरा के 29 मरीज शामिल हैं। एटा के चार, इटावा, हाथरस और फिरोजाबाद के एक-एक मरीज में डेंगू मिला। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू के 29 नए मरीज मिलने से आगरा में कुल डेंगू के मरीजों की संख्या 518 हो गई है। इनमें से 278 मरीज ठीक हो गए हैं, तीन की मौत हो चुकी है। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि डेंगू वार्ड में अभी 25 मरीजों का इलाज चल रहा है। सात बच्चों समेत 12 मरीज ठीक हो गए हैं। पांच बच्चों समेत 10 नए मरीज भर्ती किए हैं।
बुखार से दो बच्चों समेत तीन की मौत
बुखार से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। पिनाहट के गांव जगतूपुरा में बुखार से छह साल के आर्यन पुत्र वीरेंद्र सिंह, मोहल्ला बावन टूला निवासी कमल किशोर की पांच महीने की बेटी सृष्टि की मौत हो गई। जैतपुर के पुरा गुमान सिंह की महिला रीनू (25) की भी बुखार ने जान ले ली।
पिनाहट में बढ़ा खतरा
परिजनों ने बताया कि आर्यन को तीन दिन से बुखार आ रहा था। धौलपुर में एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे थे। मंगलवार की रात उसकी मौत हो गई। मोहल्ला बाबन टूला निवासी कमल किशोर की सृष्टि को 10 दिनों से बुखार आ रहा था। बाह के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। मंगलवार की रात उसकी भी मौत हो गई।
बच्चों की गईं अधिक जानें
जैतपुर के पुरा गुमान सिंह गांव में बुधवार सुबह रीनू (25) पत्नी धीरज वाल्मीकि की बुखार से जान चली गई। परिजनों के मुताबिक चार दिन पहले रीनू को बुखार आया था। निजी चिकित्सक के यहां से उसका इलाज कराया जा रहा था। हालत बिगड़ने पर मंगलवार को परिजन उसे सीएचसी लेकर पहुुंचे, जहां से एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया था। लेकिन परिजन उसे घर लेकर आ गए, बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई। गुमान सिंह पुरा गांव में अब तक चार बच्चों समेत सात लोगों की बुखार से जान जा चुकी है।