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सरकारी नौकरी : एक साल भटकने के बाद तैनाती का रास्ता साफ, विद्यालय आवंटन का आदेश जारी

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अमर उजाला ब्यूरो, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Sun, 05 Dec 2021 09:18 PM IST

सार

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने पिछले साल विभिन्न विषयों के परिणाम घोषित किए थे। सत्यापन कराए बिना विद्यालय आवंटित कर दिए जाने से कई चयनितों को बालिका विद्यालय मिल गए थे तो कई को अल्पसंख्यक स्कूल आवंटित कर दिए थे।

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अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में एक साल से अधिक समय से तैनाती के लिए भटक रहे चयनित शिक्षकों को आखिर राहत मिल गई। प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी)-2016 में चयनित 49 शिक्षकों को विद्यालय आवंटित करते हुए समायोजन का आदेश जारी कर दिया गया है। रिक्त पदों का सत्यापन कराए बगैर चयनित शिक्षकों को विद्यालय आवंटित कर दिए जाने से वे तैनाती के लिए भटक रहे थे।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने पिछले साल विभिन्न विषयों के परिणाम घोषित किए थे। सत्यापन कराए बिना विद्यालय आवंटित कर दिए जाने से कई चयनितों को बालिका विद्यालय मिल गए थे तो कई को अल्पसंख्यक स्कूल आवंटित कर दिए थे।

ऐसे में अभ्यर्थी जब नियुक्ति के लिए पहुंचे तो उन्हें विद्यालयों से खाली हाथ लौटा दिया गया। अभ्यर्थियों ने माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, स्कूल प्रबंधन, जिला विद्यालय निरीक्षक और अन्य संबंधित कार्यालयों के चक्कर लगाए। तैनाती के लिए एक साल से अधिक समय तक भटकते रहे। अब चयन बोर्ड के सचिव नवल किशोर ने 18 प्रवक्ता और 31 प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों के समायोजन का आदेश जारी कर दिया है। 

विस्तार

अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में एक साल से अधिक समय से तैनाती के लिए भटक रहे चयनित शिक्षकों को आखिर राहत मिल गई। प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी)-2016 में चयनित 49 शिक्षकों को विद्यालय आवंटित करते हुए समायोजन का आदेश जारी कर दिया गया है। रिक्त पदों का सत्यापन कराए बगैर चयनित शिक्षकों को विद्यालय आवंटित कर दिए जाने से वे तैनाती के लिए भटक रहे थे।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने पिछले साल विभिन्न विषयों के परिणाम घोषित किए थे। सत्यापन कराए बिना विद्यालय आवंटित कर दिए जाने से कई चयनितों को बालिका विद्यालय मिल गए थे तो कई को अल्पसंख्यक स्कूल आवंटित कर दिए थे।

ऐसे में अभ्यर्थी जब नियुक्ति के लिए पहुंचे तो उन्हें विद्यालयों से खाली हाथ लौटा दिया गया। अभ्यर्थियों ने माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, स्कूल प्रबंधन, जिला विद्यालय निरीक्षक और अन्य संबंधित कार्यालयों के चक्कर लगाए। तैनाती के लिए एक साल से अधिक समय तक भटकते रहे। अब चयन बोर्ड के सचिव नवल किशोर ने 18 प्रवक्ता और 31 प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों के समायोजन का आदेश जारी कर दिया है। 

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