बालाघाट (ईएमएस)। विकासखण्ड लालबर्रा के ग्राम साल्हे की तीन साल की बालिका कुमारी समृद्धि सोनवाने पिता राम सोनवाने अक्सर बीमार रहती थी और थकान महसूस करती थी। समृद्धि के लंबे समय तक बीमार रहने के कारण समृद्धि के माता पिता अत्यंत चिंतित रहने लगे थे। समृद्धि अपने भाई बहन के साथ खेलने का आनंद भी नही उठा पाती थी। लेकिन अब समृद्धि को नया जीवन मिल गया है और वह अपने भाई-बहनों के साथ अच्छे से खेलने लगी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.सी.पनिका ने बताया कि नळी बालिका समृद्धि की मॉ मति रानू सोनवाने सोचा करती कि कहीं मेरी बेटी को कोई बीमारी तो नही है। किंतु मजदुरी करने वाले सोनवाने दंपत्ति समृद्धि को कही बड़ी जगह उपचार कराने का प्रयास नही कर पाये। ग्राम साल्हे कें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लालबर्रा की आर.बी.एस.के (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) टीम के डॉ.तृप्ति पाठक द्वारा आगंनवाड़ी मे जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। परीक्षण के बाद समृद्धि के परिजनों को आर.बी.एस.के. दल द्वारा उन्हें तुरंत आरबीएसके के अंतर्गत जिला स्तर पर संचालित डीईआईसी (जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र) जिला चिकित्सालय बालाघाट मे भेजा गया। जहॉ उन्हे निःषुल्क ईको जॉच हेतु हॉयर सेंटर रिफर किया गया। ईको जॉच रिपोर्ट धनात्मक पाई गई तथा ह्दय रोग की पुष्टि हुई।
समृद्धि को हृदय रोग की पुष्टि होने के बाद शासन द्वारा उसके आपरेशन का प्रकरण तैयार कर स्वीकृत किया गया और समृद्धि को ह्दय के आपरेशन के लिए नारायणा हैल्थ मुबंई की एस.आर.सी.सी. चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भेजा गया था। 23 मई 2019 को बच्ची समृद्धि का निःशुल्क आपरेशन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। ह्दय के आपरेशन के पश्चात कुमारी समृद्धि अब स्वस्थ्य है एवं अपने भाई बहन के साथ मजे से खेलती है।
सोनवाने दम्पत्ति ने चर्चा में बताया कि आर.बी.एस.के. टीम लालबर्रा के सजग प्रयास से आज हमारे घर ऑगन में खुशियां वापस आई है। समृद्धि के परिजन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना का ह्दय से आभार व्यक्त करते है। आर.बी.एस.के. डीईआईसी प्रंबधक द्वारा बताया गया कि जिले मे ऐसी किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने पर किसी भी समय राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित डीईआईसी कार्यालय मे संपर्क किया जा सकता है। जिससे उनकी आने वाली समस्या का समाधान करने के लिये हर संभव मदद कर प्रयास करते हुए सहयोग किया जायेगा।