वापी, गुजरात – वलसाड जिले के वापी औद्योगिक नगर पुलिस स्टेशन की सराहनीय तत्परता और ईमानदार कार्यशैली के चलते एक NRI बहन का पासपोर्ट, नकद रुपये और कीमती सोने के गहने कुछ ही घंटों में ढूंढकर सुरक्षित रूप से उन्हें वापस सौंप दिए गए।

अफ्रीका के लुबुम्बाशी, डीआर कांगो में रहने वाली सिमा आशिष रायाणी नामक NRI बहन इन दिनों अपने मामा के घर वापी के चला क्षेत्र में रह रही थीं। उन्होंने बताया कि वे एक ऑटो रिक्शा में सवार होकर वापी GIDC के कला मंदिर क्षेत्र में आई थीं और उसी रिक्शा में उनका पर्स भूल गईं। उस पर्स में अफ्रीका के दो पासपोर्ट, अमेरिकी, अफ्रीकी व भारतीय मुद्रा कुल रूपये 2,00,000 के लगभग, और 4,00,000 मूल्य के सोने के आभूषण थे — कुल मिलाकर लगभग 6,00,000 मूल्य की संपत्ति पर्स में थी। घटना की जानकारी मिलते ही वापी उद्योगनगर थाने के निरीक्षक एम.पी. पटेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सर्वेलांस स्टाफ को जांच के निर्देश दिए। CCTV फुटेज की सहायता से संबंधित रिक्शा (नं. GJ-15-AW-2759) की पहचान की गई। पॉकेटकॉप मोबाइल सिस्टम में खोजबीन करने पर रिक्शा चालक राकेश यादव (निवासी वटार, वापी) का नाम सामने आया।
अफ्रीका के लुबुम्बाशी, डीआर कांगो में रहने वाली सिमा आशिष रायाणी नामक NRI बहन इन दिनों अपने मामा के घर वापी के चला क्षेत्र में रह रही थीं। उन्होंने बताया कि वे एक ऑटो रिक्शा में सवार होकर वापी GIDC के कला मंदिर क्षेत्र में आई थीं और उसी रिक्शा में उनका पर्स भूल गईं। उस पर्स में अफ्रीका के दो पासपोर्ट, अमेरिकी, अफ्रीकी व भारतीय मुद्रा कुल रूपये 2,00,000 के लगभग, और 4,00,000 मूल्य के सोने के आभूषण थे — कुल मिलाकर लगभग 6,00,000 मूल्य की संपत्ति पर्स में थी। घटना की जानकारी मिलते ही वापी उद्योगनगर थाने के निरीक्षक एम.पी. पटेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सर्वेलांस स्टाफ को जांच के निर्देश दिए। CCTV फुटेज की सहायता से संबंधित रिक्शा (नं. GJ-15-AW-2759) की पहचान की गई। पॉकेटकॉप मोबाइल सिस्टम में खोजबीन करने पर रिक्शा चालक राकेश यादव (निवासी वटार, वापी) का नाम सामने आया।
पुलिस की टीम तुरंत बताए गए पते पर पहुंची और ईमानदार रिक्शा चालक राकेश यादव से संपर्क किया, जिनकी रिक्शा से वह पर्स सुरक्षित अवस्था में बरामद किया गया। जांच में वह सभी दस्तावेज़, नकद धनराशि और आभूषण पर्स में ही पाए गए। यह संपूर्ण कीमती सामान गणनात्मक घंटों में बहन सिमा रायाणी को सौंप दिया गया। इस उल्लेखनीय कार्य में पुलिस निरीक्षक एम.पी. पटेल के साथ पुलिसकर्मी जयवीरसिंह नवलसिंह, प्रफुल शांतिलाल और किशोर भवानभाई ने टीमवर्क से प्रशंसनीय योगदान दिया। वरिष्ठ अधिकारियों — रेंज आई.जी श्री प्रेमवीर सिंह, वलसाड एस.पी डॉ. कनराज वाघेला एवं वापी के डिप्टी.एस. पी बी.एन. दवे — द्वारा दी गई दिशानिर्देशों के अंतर्गत, वापी पुलिस ने “तेरा तुझको अर्पण” की भावना के साथ यह जिम्मेदारी निभाई।
यह घटना न केवल पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता को दर्शाती है, बल्कि समाज में ईमानदारी और भरोसे की भावना को भी मजबूत करती है।