शिकायती पत्र में गैंगरेप करने वाले पांचों आरोपियों के नाम थे।
लालगंज थाने की पुलिस ने चार आरोपियों को बचाते हुए, मेरे पुराने प्रार्थना पत्र पर मुकदमा दर्ज किया।-पीड़िता.
उ.प्र.-बस्ती,महिला अस्पताल में गैंग रेप पीड़िता मेडिकल न होने पर फूट-फूटकर रोई। उसका आरोप है कि नियम-कानून बताकर मेडिकल स्टाफ ने उसका मेडिकल करने से मना कर दिया। जबकि पीड़िता महिला कांस्टेबल के साथ अस्पताल पहुंची थी। उसने जब पूरे मामले की शिकायत सीएमएस से की तो उन्होंने भी उसकी नहीं सुनी। पीड़िता मेडिकल कराने के लिए स्टाफ और डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ाती रही, लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। अंत में नौ घंटे तक इंतजार करने के बाद वह थक हारकर लौट गई। लालगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली गैंगरेप की पीड़िता शुक्रवार को सुबह नौ बजे महिला अस्पताल में सिपाही के साथ मेडिकल कराने पहुंची थी, लेकिन उसका मेडिकल नहीं हुआ इसके बाद वह साढ़े पांच बजे बिना मेडिकल के ही लौट गई। पीड़िता ओटी के बाहर खड़े होकर फूट फूट कर रोती रही। मुझसे मेडिकल स्टाफ पूछताछ करने लगा पीड़िता ने बताया कि पूछताछ का काम पुलिस का है, लेकिन यहां जब वह मेडिकल कराने के लिए पहुंची तो यहां का स्टाफ खुद ही पुलिस बन गया। उससे कई तरह का सवाल करने लगा। मुझसे कहा, गया परिजनों को लेकर आओ, तब मेडिकल होगा। मैं अपने घर वालों के साथ नहीं रह रही हूं। अपनी एक सहेली के यहां रुकी हूं। लोक लाज के डर से घर वाले बात नहीं कर रहे हैं तो वह कहां से अस्पताल आएंगे। मानसिक यातनाएं जरूर झेलनी पड़ीं मेरा मेडिकल तो हुआ नहीं, मानसिक यातनाएं जरूर झेलनी पड़ीं। जबकि यहां मेडिकल के बाद जो जांच रिपोर्ट आती वह महिला कांस्टेबल को देनी थी। वहीं सीएमएस डॉक्टर एके वर्मा ने पूरे मामले में बचते नजर आए। मेडिकल स्टाफ की हां में हां मिलाया।
वहीं पीड़िता का मेडिकल ना हो पाने को लेकर CO रुधौली संतोष सिंह ने बताया कि, इस संबंध में SO से स्पष्टीकरण लिया जाएगा, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामला लालगंज थाना क्षेत्र का है। पीड़िता ने बताया वह नवंबर 2019 में लालगंज स्थित ग्राहक सेवा केंद्र में फोटोकापी कराने गई थी, तब दुकान के मालिक ने कहा ठंड बहुत है, अंदरहीटर है, तुम आकर सेंक लो। इसके बाद वह विश्वास करके अंदर चली गई। उस समय दुकान में और कोई नहीं था। इसी समय दुकानदार कहीं से चाय लेकर आया और कहा कि पी लो ठंड बहुत है, तो चाय पीने से थोड़ी गरमी आ जाएगी। पीड़िता ने बताया कि चाय पीने के कुछ देर बाद सुस्ती आने लगी और वह बेहोश हो गई। इसके बाद दुकानदार ने उससे रेप किया। उसकी गंदी फोटो खींची और वीडियो भी बनाया। नेपाल ले जाकर भी किया रेप वीडियो और फोटो घर वालों और सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकी देते हुए ब्लैकमेल करने लगा। कई बार अपनी दुकान के आलावा और कई जगह ले जाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा।
इसके आलावा वह अपने चार और दोस्तों से भी उसका रेप कराया। पीड़िता ने कहा कि डर के मारे वह विरोध नहीं कर पा रही थी। पांच साल तक पांचों लोग उसका बार-बार रेप करते रहे। एक बार सभी आरोपी उसे कार से नेपाल ले गए। वहां सोनौली में भी कमरे में ले जाकर रेप किया। पीड़िता ने कहा जब उसके घर वालों को ये बता चली तो उन्होंने उससे नाता तोड़ लिया। उसने भी शर्म के मारे घर से बाहर निकलना छोड़ दिया।
इससे उसने 18 सितंबर को एसपी से मिलकर शिकायत की थी। इसमें एक आरोपी विक्रम का नाम बताया था। इसके बाद कार्रवाई न होने पर 25 सितंबर को एक बार फिर से एसपी से मिलकर शिकायत की। शिकायती पत्र में गैंगरेप करने वाले पांचों आरोपियों के नाम थे। पुलिस ने चार आरोपियों को बचाया, दे दूंगी जान बावजूद लालगंज थाने की पुलिस ने चार आरोपियों को बचाते हुए मेरे पुराने प्रार्थना पत्र पर मुकदमा दर्ज किया। पुराने प्रार्थना पत्र को थाने के ही एक सिपाही ने लिखवाया था, जिसमें उसने सिर्फ एक आरोपी का नाम लिखा था। बाकी आरोपियों को लालगंज थाने की पुलिस शुरू से ही बचाने का प्रयास कर रही है।
पीड़िता का कहना है कि वह पांचों आरोपियों के ब्लैकमेलिगं से तंग आ चुकी है। अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह जान दे देगी। वह दो बार लालगंज थाने भी गई, लेकिन किसी ने भी नहीं सुनी। वहीं सीओ रूधौली संजय सिंह ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर एक युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।