सूरत क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है| सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजंसी आईएसआई के एजंट को भारत की संवेदनशील जानकारी पहुंचाने वाले शख्स को सूरत क्राइम ब्रांच ने शहर के डिंडोली क्षेत्र से दबोच लिया है| गिरफ्तार शख्स रुपयों की लालच में भारत की गुप्त जानकारियां और सिम कार्ड आईएसआई को भेजता था| सूरत क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि शहर के डिंडोली क्षेत्र में रहनेवाला 32 वर्षीय दीपक सालुंके पाकिस्तानी खुफिया एजंसी आईएसआई के एजंट के संपर्क था| दीपक सालुंके भारतीय सिमकार्ड और देश की खुफिया जानकारी सोशल मीडिया के जरिए आईएसआई एजंट हामिद नामक शख्स को भेजता था| सूरत पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने पत्रकार परिषद में बताया कि पाकिस्तानी शख्स हामिद द्वारा फेसबुक पर पूनम शर्मा के नाम से एकाउंट बनाया गया था| इस एकाउंट के जरिए दीपक सालुंके उसके संपर्क में आया था| फेसबुक पर चेटिंग के दौरान हामिद ने दीपक को बताया कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजंसी आईएसआई के लिए काम करता है और उसे भारतीय सिमकार्ड की जरूरत है| हामिद ने दीपक सालुंके को भारतीय सेना की कुछ गुप्त जानकारियां देने की मांग की थी| पुलिस की पूछताछ में दीपक ने बताया कि वह यूट्यूब और गूगल के जरिए फोटो डाउनलोड कर हामिद को भेजता था| कोरोनाकाल से पहले दीपक साइ फैशन नामक कपडे की दुकान चलाता था| लेकिन कोरोनाकाल में नुकसान होने के बाद उसने मनी ट्रांसफर का धंधा शुरू कर दिया| सूरत के डिंडोली क्षेत्र से मनी ट्रांसफर का धंधा करने वाले दीपक सालुंके के एकाउंट की जांच में पाकिस्तान से ट्रांसफर हुए 75 हजार रुपए का रिकार्ड पुलिस को मिला है| सूरत पुलिस ने दीपक के खिलाफ 121ए और 120बी के तहत राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के तहत मामला कर वह अन्य कितने एजंटों के संपर्क था इस दिशा में जांच शुरू की है| साथ ही सूरत पुलिस ने अन्य जांच एजंसियों से संपर्क कर पूरी घटना से अवगत करा दिया है|