सुरत, सूरत नवी सिविल से प्राप्त विवरण के अनुसार पांडेसरा क्षेत्र के अपेक्षा नगर में रहने वाले ४९ वर्षीय दीपक भाई लीमजे संचा खाता में काम करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। बीती तारीख 20 की दोपहर खाना खाने के बाद वह बाहर खाड़ी के पास गए थे, जहां पर उनको चक्कर आने से वे गिर गए थे। जिसके बाद उनको इलाज के लिए 108 के द्वारा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी जांच में ब्रेन हैमरेज का पता चला था। बाद में 21 तारीख की रात को न्यूरोफिजिशियन और न्यूरोसर्जन समेत डॉक्टरों की टीम ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया था।
सिविल के डॉ. नीलेश काछड़िया, नर्सिंग काउंसिल के इकबाल कड़ीवाला और काउंसलर निर्मला कठुड़ ने दीपकभाई के परिजनों को अंगदान का महत्व समझाया तो परिजन अंगदान के लिए सहमत हों गए। जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने दीपकभाई की दोनों किडनी और लिवर को अहमदाबाद के ज़ायड्स हॉस्पिटल में जबकि दो नेत्रदान को सिविल अस्पताल के आई बैंक में रखा गया। सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गणेश गोवेकर के मार्गदर्शन में नर्सिंग स्टाफ और सुरक्षा कर्मचारियों के संयुक्त प्रयासों से पिछले साढ़े छह महीनों में मानवता के लिए 35 अंग दान किए गए।