इम्फाल,मणिपुर के मैतई और कूकी समुदायों के बीच हो रही टकराव की स्थिति से निपटने के लिए सरकार अब मैतेई समुदाय के लोगों को एयरलिफ्ट करने की योजना बना रही है। ताकि टकराव से बचा जा सके। मिली जानकारी के अनुसार बिरेन सरकार अब मिजोरम से मैतई समुदाय के लोगों को एयरलिफ्ट करने की तैयारी में जुटी हुई है। हालांकि यह काम कब तक किया जाएगा इस संबंध में कोई जानकारी अभी नहीं आई है। मिजोरम पुलिस ने आइजोल शहर में मैतेई समुदाय के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था में इजाफा किया है। हालांकि एक पूर्व-उग्रवादी संगठन ने मैतई लोगों को उनकी सुरक्षा को लेकर राज्य छोड़ने को कहा था। संगठन के मुताबिक मणिपुर में दरिंदों द्वारा एक समूह की दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाये जाने की घटना के बाद मिजोरम के युवाओं में काफी गुस्सा है। बीते दिनों हुई इस घटना की देश भर में आलोचना की जा रही है। वीडियो में नजर आई महिलाएं कूकी समुदाय से है। पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आइजवाल इंफाल और आइजवाल-सिल्चर के बीच एटीआर फ्लाइट्स के जरिए समुदाय के लोगों को मिजोरम से निकाला जाएगा। मिजोरम सरकार ने राज्य में रहने वाले मैतई समुदाय के लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
राज्य सरकार ने ये भी कहा है कि अफवाहों पर स्थानीय जनता ध्यान ना दें। राज्य के गृह आयुक्त एवं सचिव एच. लालेंगमाविया ने मैतई समुदाय के नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि मणिपुर लगभग ढाई महीने से ज्यादा समय से कुकी और मैतेई समुदायों के बीच के हिंसा की वजह से उथल-पुथल का दौर देख रहा है। इसी कड़ी में 19 जुलाई को 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने का एक वीडियो सामने आया। यह मामला 4 मई का है। अब तक 4 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, बड़ा सवाल यही है कि आखिर मामला अगर 4 मई का है तो इतने दिनों बाद तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? जब वीडियो वायरल हुआ और देशभर में इसकी आलोचना हुई तब जाकर राज्य सरकार सक्रिय हुई।