सूरत, सलाबतपुरा इलाके में लाखों की ठगी करने वाले एक जालसाज को आखिरकार SOG ने पकड़ लिया है. आरोपी पिछले 20 साल से वांछित था. 20 साल पहले 2002 से 2005 की अवधि के दौरान आरोपी ने व्यापारी को नौ लाख से अधिक कीमत का साड़ियों का सामान नहीं लौटाया क्योंकि व्यापारी ने आरोपी को साड़ियों को चमकाने के लिए गए सामान का उचित मुआवजा नहीं दिया था. व्यापारी ने सलाबतपुरा थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई. इसलिए आरोपी शहर छोड़कर भाग गया. SOG पुलिस ने आरोपी को सूरत के गोडादरा में रहने वाले अपने भाई से मिलने आते समय पकड़ लिया और कानूनी कार्रवाई शुरू की.
पुलिस आयुक्त अनुपमसिंह गहलत ने व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी कर अपराध करने वाले गिरोह के खिलाफ शहर व प्रदेश के अन्य पुलिस थानों में अपराध दर्ज सूरत के भगोड़े आरोपियों का पता लगाने के निर्देश दिए हैं. इसी बीच SOG पीआई ए.पी.चौधरी के निर्देश पर SOG टीम पेट्रोलिंग पर थी. मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने कपड़ा धोखाधड़ी में पिछले 20 वर्षों से वांछित आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. SOG पुलिस टीम ने आरोपी भेरुदास उर्फ भेरवासिंह पुखदासजी वैष्णव को सूरत के गोडादरा इलाके के महाराणा प्रताप चौक से पकड़ा. 20 साल पहले पुलिस से बचने के लिए आरोपी सूरत से भाग गया था. हालांकि, वह सूरत में रहने वाले अपने भाई से मिलने आए थे. पुलिस को रिपोर्ट मिलते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि आरोपी 20 साल पहले सलाबतपुरा थाने के पास सागर मार्केट में दुकान नं. 1899 में बालाजी पोलिश वर्क्स के नाम से साड़ी पॉलिशिंग का व्यवसाय कर रहे थे. उनके साथ नेमपुरी गोस्वामी और गोपालदास तुलसीदास वैष्णव सहित उनके भाई विजयदास और अन्य स्टाफ के लोग दुकान में काम कर रहे थे. वह संजयभाई की दुकान से साड़ी पॉलिश करने के लिए लाते थे और समय पर साड़ी पॉलिश करके सामान लौटा देते थे. हालाँकि, 2002 से 2005 की अवधि के दौरान, संजयभाई ने पुलिस साड़ियों की मजदूरी का पैसा नहीं दिया और तदनुसार सामान की निर्धारित कीमत के अनुसार पैसे का हिसाब नहीं दिया, कुल राशि 9,47,497 रुपये का माल संजयभाई को वापस नहीं किया गया और माल का निपटान कर दिया गया. तो उसके खिलाफ सलाबतपुरा थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया. वहीं से आरोपी खुद पकड़े जाने के डर से इधर-उधर भाग रहा था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है.