इस्लामाबाद (एजेंसी)। आर्थिक रूप बेहाल पाकिस्तान की परेशानियां आने वाले नए साल 2021 में और बढ़ने वाली हैं। पाई-पाई को मोहताज हो चुके कंगाल पाकिस्तान में शायद अगले साल अधिकांश घरों में चूल्हा न जले। इसकी वजह है प्रधानमंत्री इमरान खान की लापरवाही जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा। अगर इमरान ने समय पर गैस खरीदने में दिलचस्पी न दिखाई तो देश को भीषण गैस संकट से जूझना होगा।
पाकिस्तान में गैस की आपूर्ति करने वाली कंपनी सुई नॉर्दन गैस की कमी का सामना कर रही है और आने वाले दिनों में किल्लत ज्यादा हो जाएगी। ऐसे में कंपनी के पास गैस की आपूर्ति रोकने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।स्थानीय मीडिया के मुताबिक साल 2021 में 4 से 20 जनवरी के बीच गैस की कमी सबसे ज्यादा रहेगी, जिसके चलते लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सुई नॉर्दन आगामी कुछ दिनों में 500 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक फुट प्रतिदिन गैस की कमी से जूझेगी।
इसे देखते हुए कंपनी पावर सेक्टर को गैस आपूर्ति रोक सकती है, लेकिन इससे भी घरेलू उपभोक्ताओं की परेशानी दूर नहीं होगी। यानी पाकिस्तान में नए साल के मौके पर अधिकांश लोगों के घरों में चूल्हा नहीं जलेगा। जानकारी के मुताबिक, इमरान खान सरकार ने समय से गैस नहीं खरीदी थी, जिसकी वजह से संकट गहरा गया है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि उर्वरक सहित कुछ उद्योगों के लिए पहले ही गैस की आपूर्ति रोक दी गई है।
उन्होंने बताया कि नाइजीरिया से गैस लेकर आ रहे टैंकरों में देरी से स्थिति और बिगड़ गई है। गैस की आपूर्ति बाधित होने से खासकर पंजाब के लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार अब उद्योगों की गैस रोककर लोगों के घरों में आपूर्ति कर रही है। बता दें कि इमरान खान ने सत्ता में आने से पहले ‘नया पाकिस्तान’ का वादा किया था, लेकिन उनके राज में लोगों की मुश्किलें कम होने के बजाए बढ़ी हैं। पाकिस्तान में महंगाई आसमान पर है, सब्जियों के दामों में बेशुमार इजाफा हुआ है।