गोंडा,गोंडा में छेड़छाड़ से तंग आकर एक महिला व उसकी विवाहिता बेटी ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। इस घटना के बाद योगी सरकार की पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। दरअसल, गांव का ही एक युवक महिला की बेटी को लगातार परेशान कर रहा था और उसका शारीरिक शोषण करने की कोशिश कर रहा था। इस मामले में पीडि़त परिजन ने पुलिस में शिकायत दर्ज भी कराई थी, लेकिन पुलिस ने समझौता करा दिया था। आत्महत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को नीचे उतारा और पंचनामा कराकर उन्हे पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, गोंडा जिले के तरबगंज थाना क्षेत्र के बेलसर गांव निवासी पीड़ित पप्पू पासवान अपने परिवार के साथ रहता है। पप्पू पेशे से ड्राइवर है और अक्सर रात में घर लौटता है। पप्पू ने बताया कि उसके गांव का ही रहने वाला सत्यम नाम का युवक पिछले कई महीने से उसकी बेटी से छेड़खानी कर रहा था और उसे प्रताड़ित कर रहा था। इसी मामले को लेकर एक बार मारपीट भी हुई थी, जिसकी उसने थाने पर शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने दोनो पक्षों के बीच सुलह समझौता करा दिया था। बेटी को बचाने के लिए उसने उसकी शादी भी कर दी थी, लेकिन आरोपी सत्यम उसका पीछा नहीं छोड़ रहा था। दो दिन पहले सत्यम ने उसकी बेटी से छेड़खानी करते हुए उसे धमकाया था और फिर आरोपी ने उसके बेटी की फोटो उसके ससुराल वालों के भेजा था, जिससे उसकी बेटी परेशान थी। इससे परेशान होकर मां और बेटी ने गांव के बाहर पेड़ में फांसी लगा ली।
पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि तरबगंज क्षेत्र में मां बेटी का शव मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है। परिजनों ने गांव के ही एक युवक पर उसकी बेटी को परेशान करने का आरोप लगाया है। उनकी तहरीर पर अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है और आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।