सुरत ACB ने पकड़ा GST अधिकारी को बंद GST नबर चालू करने के लिए मांग था रिश्वत
सुरत, सुरत शहर प्रगति के साथ-साथ अवैध रूप से कार्यालय और उनके संपर्क में कार्य करने वाले अधिकारी/कर्मचारी और अन्य संबंधित व्यकित जन सेवक
होते हुए भी अपना कार्यकरने के लिए रिश्वत के बिना किसी कार्य को पूरा नही किया जा सकता इस तरह के माहोल बना देते हैं, जिससे आम आदमी ACB के सहारे इस तरह के घटना का अंजाम देता हैं,
इस कार्य के वादी के पास एक पार्टनरशिप फर्म है और उनकी फर्म ने वर्ष 2015-2016 के लिए जीएसटी का भुगतान नहीं किया है। चूंकि रिटर्न भरा नहीं है, जीएसटी विभाग द्वारा जी.एस.टी. नंबर बंद था। ताकि वादी को अपनी फर्म का जीएसटी मिल सके। नंबर चालू करने के लिए जीएसटी। विभाग में ड्यूटी पर तैनात आरोपित क्रमांक (1) से संपर्क किया तो उन्होंने वादी को आरोपी वकील (नंबर 1) और आरोपी नंबर (2) के नाम से कर सलाहकार के रूप में कार्यरत पाया। नंबर एक्टिवेट कराने के लिए 2,00,000/- रुपये रिश्वत की मांग की। ताकि वादी ने आरोपी नंबर (2) और आरोपी नं. अनुभाग में प्रस्तुत किया गया। इसके बाद वादी ने रू. अभियुक्त संख्या (1) को उनके कार्यालय में 30,000/- रुपये दिये गये तथा शेष रिश्वत की राशि रू. आरोपी नंबर (1) रुपये से कम मांग रहा है। 1,00,000/- और आरोपी को जल्द से जल्द राशि का भुगतान करने के लिए कहें। नंबर चालू हो जाएगा।
यदि वादी रिश्वत की राशि का भुगतान नहीं करना चाहता है तो वादी ने एसीबी से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई है। वादी की शिकायत के आधार पर आरोपित नं. कार्यालय में कार्यरत आरोपी क्रमांक 1,00,000/- की घूस मांग एवं स्वीकार करते हुए सभी आरोपितों ने आरोपी संख्या (1) के मोबाइल फोन से उद्देश्यपूर्ण बातचीत कर एक दूसरे की मदद कर अपराध को अंजाम दिया है। (3). आरोपी संख्या (2), (2) और (3) को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया है और रिश्वत घोटाले की जांच के लिए एसीबी टीम द्वारा आरोपी संख्या (1) को उसके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया गया है। कार्यालय लाया गया और हिरासत में लिया गया।