सूरत शहर की ज़ोन-2 पुलिस और उधना पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन के तहत उधना के चामुंडा इंडस्ट्रियल एस्टेट में नकली एवररेस्ट और मैगी मसाले बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने छापा मारकर ₹24,71,000 का माल जब्त किया और 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि फैक्ट्री मालिक को वॉन्टेड घोषित किया गया है।
फैक्ट्री में रंगेहाथ पकड़े गए 4 मजदूर नकली मसाला बनाते हुए
पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह जानकारी सामने आई कि चामुंडा इंडस्ट्रियल एस्टेट स्थित एक फैक्ट्री में मशहूर ब्रांड्स के नकली मसाले बनाए जा रहे हैं। पुलिस की छापेमारी के दौरान फैक्ट्री में 4 मजदूरों को नकली मसाले बनाते और पैक करते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया।
गिरफ्तार किए गए मजदूरों के नाम हैं:
- विनोद राजेंद्र दास
- केलु मुर्म
- विनोद पुना दास
- सुरेंद्रकुमार दास
इसके अलावा, फैक्ट्री का संचालन करने वाले सुनिल सोनी नाम के आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जब्त माल में क्या शामिल है:
- नकली एवररेस्ट और मैगी मसालों के रेडी पैकेट
- पाउडर मसाले का स्टॉक
- पैकिंग मटेरियल (ब्रांडेड बॉक्स और पाउच)
- मसाला बनाने और पैकिंग की मशीनें
कुल जब्त माल की कीमत: ₹24,71,000
डीसीपी चिराग पटेल ने कहा: फैक्ट्री से एवररेस्ट और मैगी मसाले के ब्रांडेड पैकिंग बॉक्स और मसाले बनाने की मशीनें जब्त, फैक्ट्री पिछले 5 महीनों से सक्रिय थी. डीसीपी चिराग पटेल ने जानकारी दी कि पुलिस ने फैक्ट्री से नकली एवररेस्ट और मैगी मसालों के ब्रांडेड पैकिंग बॉक्स सहित मसाला बनाने में इस्तेमाल होने वाली मशीनें भी जब्त की हैं। जांच में सामने आया है कि यह नकली मसालों की फैक्ट्री पिछले 5 महीनों से तेजी से संचालित हो रही थी।

मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद खुलेंगे कई राज
इस मामले में फैक्ट्री के मालिक अनिल गुमानसिंह गोयल को पुलिस ने वॉन्टेड घोषित किया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए आगे की जांच जारी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता-2023 की धारा 274, कॉपीराइट एक्ट 1957 की धारा 51, 63, 64, और ट्रेडमार्क एक्ट 1999 की धारा 103, 104 के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू की है। पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही यह पता चल पाएगा कि अब तक कितना नकली मसाला बनाया गया और उसका वितरण कहां-कहां किया गया।